हाजीपुर, मार्च 15, 2021: क्षेत्रीय रेल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 69वीं बैठक पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी की अध्यक्षता में पटना में संपन्न हुई। महाप्रबंधक ने अधिकारीयों को निर्देश दिया कि ‘ई-ऑफिस’ में हिंदी में टेम्प्लेट बनाया जाए ताकि इससे व्याकरण की गलतियों से बचा जा सके। इस अवसर पर प्रशासन विभाग को अंतर्विभागीय राजभाषा चल शील्ड प्रदान किया। यह शील्ड नीतिन कुमार, उप महाप्रबंधक/सामान्य, पूमरे/हाजीपुर को दिया गया।
महाप्रबंधक महोदय ने कोविड-19 से बचाव के लिए उसके दिशा-निर्देश को पालन करने- यथा- मास्क लगाने, दूरी बनाये रखने, सेनिटाइजर का प्रयोग करने पर बल देते हुए सभी सदस्यों का शपथ दिलायी। उन्होंने यह भी बताया कि अब ‘ई-ऑफिस’ में हिंदी में वर्तनी संबंधी त्रुटियों को दूर करना आसान हो गया है। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी के अपेक्षा हिंदी मेंगलतियां कम होने की संभावना है क्योंकि हिंदी में हम जो बोलते हैं वहीं लिखते हैं।
महाप्रबंधक ने निर्देश दिया कि पूर्व मध्य रेल क्षेत्र से जुड़े स्थानीय साहित्यकारों, कवियों के संबंध में उनके जन्मस्थान के निकट के स्टेशनों में स्टैंडर्ड स्टील फ्रेम में मढ़कर सूचना लगाया जाना चाहिए। इससे जनमानस के बीच हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति प्रेमभाव और आदर भाव बढ़ेगा। उन्होंने निर्देश दिया कि सिमरिया ग्राम स्टेशन में राष्ट्रकवि दिनकर की रश्मिरथी की कविता की उत्कृष्ट काव्य पंक्तियों को प्रदर्शित किया जाए साथ ही मैथिली के प्रसिद्ध कवि विद्यापति के संबंध में भी सूचना दी जाए।
उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि उनके विभाग द्वारा जब भी किसी को पुरस्कृत किया जाए तो प्रमाण-पत्र के साथ हिंदी की एक पुस्तक भेंट स्वरूप अवश्य दी जाए। इस क्रम में उन्होंने पूर्व मध्य रेल के निवर्तमान अपर महाप्रबंधक अजय शुक्ला के पुस्तकों का भी जिक्र किया। त्रिवेदी ने निर्देश दिया ग्रुप-बी के परीक्षा के लिए सभी विभागाध्यक्ष अपने विभागों से संबंधित 1000 मानक प्रश्न हिंदी-अंग्रेजी में जरूर तैयार करें। महाप्रबंधक ने यह भी कहा कि हिंदी का विकास, राष्ट्र का विकास है।
मुख्य राजभाषा अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि ‘क’ क्षेत्र में होने के कारण स्वाभाविक रूप से पूर्व मध्य रेल पर हिंदी का कामकाज होता है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि राजभाषा विभाग, मुख्यालय, हाजीपुर में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए प्रत्येक माह किसी न किसी विभाग के कर्मचारियों के लिए हिंदी कार्यशाला का आयोजन होता है इसके अंतर्गत कर्मचारियों को राजभाषा नीति-नियम की जानकारी, दैनिक उपयोग में प्रयुक्त होने वाले प्रशासनिक शब्दावली, वर्तनी, व्याकरण सहित यूनिकोड आदि की जानकारी दी जाती है।
उप मुख्य राजभाषा अधिकारी गौतम गुप्ता ने कहा कि राजभाषा का प्रचार-प्रसार आपसी सहयोग से ही हो सकता है। वरिष्ठ अधिकारियों के बहुमूल्य सुझाव एवं महाप्रबंधक महोदय के मार्गदर्शन में राजभाषा का प्रयोग-प्रसार अधिक बढ़ा है।