वाराणसी, 13 जनवरी 2024: बिहार पर्यटन के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु वाराणसी, उत्तर प्रदेश में रोड शो का आयोजन शनिवार को संपन्न हुआ। वाराणसी के होटल रामाडा में यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे से आयोजित किया गया। बिहार पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पर्यटन उद्योग से जुड़े ट्रैवेल एजेंट, टूर ऑपरेटर्स, होटेलियर्स, रिवर क्रूज ऑपरेटर्स, ब्लॉगर्स और वीलागर्स आदि को संबोधित करते हुए उनसे बिहार पर्यटन विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों की जानकारी साझा की। पर्यटन सचिव ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार और यूपी का सम्बंध आपस में काफी गहरा है। हम धार्मिक-सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन में आपस में जुड़े हुए हैं। रामायण सर्किट हो या बौद्ध सर्किट इन दोनों क्षेत्रों में हम एक दूसरे के पूरक हैं। हम चाहते कि रामलला की जन्मभूमि आनेवाले श्रद्धालु राम जी को ज्ञान प्रदान करने वाली भूमि बक्सर के रामरेखा घाट पर पहुंचें और वहां से मां जानकी की जन्मभूमि पुनौराधाम, सीतामढ़ी में भी भ्रमण करें। जिस प्रकार बोधगया-वैशाली और केसरिया आने वाले बौद्ध पर्यटक सारनाथ व कुशीनगर आते हैं, बिहार के गयाजी धाम और पुनपुन में पूरी दुनिया से लाखों की संख्या में हिंदू धर्मावलंबी पितरों की मुक्ति के लिए पहुंचते हैं। इस इकोसिस्टम को हमें और भी मजबूत करना है। इसलिए पर्यटन स्थलों पर आधारभूत संरचना विकसित की जा रही है और सुविधाओं को बेहतर करने पर जोर दिया जा रहा है।
पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक नंद किशोर ने पर्यटन नीति की बारीकियों को सबके सामने रखा। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के टूर ओपेरेटर्स या होटेलियर्स को केवल बिहार में एक दफ्तर खोलना होगा और जीएसटी लेनी होगी। इसके बाद वह भी होटल निर्माण, थीम रेस्तरां व पार्क, मेडिटेशन सेंटर, गोल्फ कोर्स, रूरल विलेज आदि बनाने के लिए 25 करोड़ रुपये तक के अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम में स्वागत करते हुए बिहार पर्यटन निदेशक विनय कुमार राय ने बताया कि बिहार में पर्यटन करने के लिए आने वाले पर्यटक उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटक बिहार अवश्य आते हैं। वर्ष 2023 में नवंबर तक तक बिहार में 7.12 करोड़ घरेलू और 4.35 लाख विदेशी पर्यटक बिहार पहुंचे हैं। हमें इस आंकड़े को और बेहतर करना है। इसके लिए उत्तर प्रदेश एक प्रमुख राज्य है, जहां हम अपने विभाग के रोडमैप से सभी संबंधित हितधारकों को अवगत कराने पहुंचे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक बिहार में आएं। कार्यक्रम में बिहार की नयी पर्यटन नीति, पर्यटकीय सुविधाओं के विकास की अद्यतन स्थिति को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया गया। इसके साथ ही सवाल-जवाब का सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें पर्यटन सचिव ने सभी हितधारकों के सवालों के जवाब दिए। धन्यवाद ज्ञापन पर्यटन निगम के जीएम अभिजीत कुमार ने किया।