पटना, 27 मई 2021: छ: मीटर से अधिक चौड़ी शहरी क्षेत्र की प्रमुख सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण हेतु आवश्यक प्रावधानों पर विचार-विमर्श हेतु बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की अध्यक्षता में एक वर्चुअल बैठक आयोजित हुई, जिसमें कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर उपस्थित रहे।
बैठक के मूल उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जो छः मीटर से अधिक की चौड़ी सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण हेतु सरकार की अधिसूचना के अनुसार पथ निर्माण विभाग को हस्तांतरण किया जाना है। ऐसी सभी शहरी सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण में आ रही तकनीकी बाधाओं एवं कठिनाइयों पर आवश्यक विचार-विमर्श आवश्यक है।
बैठक में उपस्थित पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि ऐसी सभी शहरी सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण हेतु कारगर व्यवस्था करना आवश्यक है।
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि शहरी क्षेत्रों की प्रमुख सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण की कार्रवाई पथ निर्माण विभाग के द्वारा कराया जाना है। उन्होंने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा 403 सड़कों की सूची पथ निर्माण विभाग को उपलब्ध कराई गई है, जिसके अंतर्गत लगभग 1000 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कराया जाना है। पथ निर्माण विभाग के मापदंड के अनुसार सड़कों के निर्माण हेतु आवश्यक सर्वेक्षण किए जाने के बाद सड़कों का हस्तांतरण अधिसूचित करने का प्रावधान है।
उप मुख्यमंत्री ने आवश्यक विचार-विमर्श के उपरांत कहा कि सभी 403 सड़कों की वर्तमान भौतिक स्थिति का निरीक्षण आवश्यक है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि आगामी 10 जून तक पथ निर्माण विभाग तथा नगर विकास एवं आवास विभाग के अभियंता संयुक्त रूप से इन सभी 403 सड़कों का भौतिक निरीक्षण करते हुए सत्यापन प्रतिवेदन सड़कों के वर्गीकरण के साथ विभाग को समर्पित करेंगे तथा उसकी प्राथमिकता सूची भी उपलब्ध कराएंगे, ताकि क्रमवार ढंग से इन सड़कों पर आवश्यक निर्णय लिया जा सके।