पटना, 12 मई 2021: बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वर्चुअल बैठक के माध्यम से पटना जिला के सांसद, विधायक एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कोरोना संक्रमण से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी लेने के उद्देश्य से वार्ता की। विमर्श के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोगों के सुख-दु:ख में हमेशा साथ रही है। संघीय भावना के अनुरूप जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए हमारे कार्यकर्ता सदैव तत्पर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में इस चुनौती को स्वीकार करते हुए हमें सांगठनिक रूप से लोगों को मदद करने की जरूरत है।

बैठक के दौरान पटना साहिब के सांसद एवं भारत सरकार के मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से देश को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हम सभी को मिल कर इसका समाधान भी ढूंढना है। बिहार में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के लिए भारत सरकार लगातार बिहार सहित सभी राज्यों को सहयोग एवं सहायता मुहैया करा रही है।

उन्होंने कहा कि इस दिशा में बिहार सरकार के साथ सक्रिय समन्वय स्थापित करते हुए एम्स पटना, पीएमसीएच, आईजीआईएमएस एवं एनएमसीएच में व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त करने के लिए प्रयास किये गए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार और पटना के अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था हो। टाटा कंपनी के चेयरमैन के सहयोग से जमशेदपुर से कई ऑक्सीजन के टैंकर पटना भेजे गये। साथ ही, उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भारत सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग के सक्रिय प्रयास और सहयोग के माध्यम से लिक्विड ऑक्सीजन के कंटेनर पटना पहुंचाए गए। इन सभी मामलों में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और पटना जिला प्रशासन के साथ बेहतर सहयोग मिला है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हम लोगों के प्रयास से और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के निर्देश पर ऑयल इंडिया, पीएमसीएच पटना में पांच हज़ार लीटर प्रति मिनट और एनएमसीएच में ढाई हज़ार लीटर प्रति मिनट का ऑक्सीजन संयंत्र जल्दी ही लगाएगा, जिससे ऑक्सीजन आपूर्ति में और राहत मिलेगी। पटना के पीएमसीएच और नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर की व्यवस्था भी करवाई गई है।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि के मद्देनजर सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में  बेड तथा ऑक्सीजन युक्त बेड एवं वेन्टीलेटर की संख्या बढ़ाने जरूरत है। उन्होंने कहा कि कंकड़बाग के पाटलिपुत्र स्टेडियम को आइसोलेशन सेंटर के रूप में विकसित करने तथा मेदांता अस्पताल को  कोविड वार्ड के रूप में चालू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विद्युत शवदाह गृह की समीक्षा के साथ-साथ खाजेकलां शवदाह गृह में लोगों की सुविधा के मद्देनजर पर्याप्त मॉनिटरिंग की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर और अन्य आवश्यक दवाओं की उचित व्यवस्था एवं बिहार में वैक्सीन की सप्लाई को और तेज़ करने का प्रयास किया गया है।

इस अवसर पर माननीय पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि कोरोना का संक्रमण ने जिस तरह से हाल के दिनों में विकराल रूप लिया है, उसके मुकाबला के लिए वैक्सीनेशन एवं टेस्टिंग के लिए मोबाइल टीम की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।

बिहार के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि मानवता पर आई इस संकट की घड़ी में पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने-अपने इलाके में जागृति के रूप में अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता अपने-अपने इलाके में चिकित्सकों की सूची को सार्वजनिक करें, ताकि लोग दूरभाष पर अथवा ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श ले सकें। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि चिकित्सकीय सलाह के अनुसार लोगों की सुविधा के लिए कोरोना से संबंधित आयुर्वेदिक दवा का किट्स बनाकर वितरण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण से कई परिवार तबाह हुए हैं, जिन्हें संवेदना एवं सांत्वना की जरूरत है। बिहार सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन के प्रावधानों के अनुसार कोरोना से हुई मृत्यु के मामले में 4 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान की राशि दिए जाने का प्रावधान है। हमारे कार्यकर्ता ऐसे सभी पीड़ित परिवारों के संपर्क में रहें एवं उनकी कठिनाइयों में उन्हें मदद करें।

वर्चुअल बैठक के दौरान पूर्व उप मुख्य सचेतक एवं कुम्हरार के माननीय विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि सामुदायिक किचेन की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने गुलबी घाट पर बिजली के मशीन को चालू कराने की आवश्यकता बतायी। इसके अलावे इस अवसर पर दीघा के माननीय विधायक  संजीव चौरसिया, माननीय विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ‘ज्ञानू’,  डॉक्टर सिया राम सिंह, अभिषेक इत्यादि अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए एवं महत्वपूर्ण सुझाव दिए।