पटना, 27 मई 2021: भाजपा के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने कहा कि कोरोना के कहर में एक सुखद खबर दब गई कि देश में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 81.72 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष पूंजी निवेश (एफडीआई) आया। यह पिछले वित्त साल की तुलना में दस फीसद अधिक ही रहा। इस अवधि में दुनिया भर में भारत से अधिक एफडीआई का निवेश कहीं नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि इसे आप यूं भी समझ सकते हैं कि कोरोना महामारी के बावजूद विश्व भर के विदेशी निवेशकों को भारतीय अर्थव्यवस्था पर विश्वास बना ही रहा। उन्हें लगा कि भारत में निवेश करके उन्हें अच्छी रिटर्न मिल जाएगी। निश्चित रूप से एफडीआई के मामले में नीतिगत सुधारों, निवेश करना आसान बनाने और कारोबार सुगमता के उपायों को लेकर सरकार की तरफ से उठाये गये कदमों से ही देश में एफडीआई प्रवाह बढ़ा है। अगर यह बात न होती तो निवेश में इतना उछाल संभव ही नहीं था।

उन्होने कहा कि आप सभी यह जानकर आश्चर्य करेंगे कि सबसे अधिक निवेश किन देशों से आया? आपको हैरानी होगी कि सबसे अधिक निवेश आया पड़ोसी द्वीप सिंगापुर से और उसके बाद अमेरिका से। यह वही सिंगापुर है, जिससे भारत के अकारण संबंधों को खराब करने की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ समय पहले नाकाम कोशिश की थी।

सिन्हा ने बताया कि बिहार सरकार को भी केन्द्र सरकार की तरह अपने यहां विदेशी निवेशकों को मूलभूत सुविधाओं के साथ आकर्षित कराने हेतु पहल करनी चाहिये ताकि देश की अर्थव्यवस्था के साथ साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था में और तेजी लाया जा सके।