पटना, 26जून 2021: ऑल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (AISF) ने प्रेस बयान जारी कर शिक्षक बहाली पर शनिवार को नोटिफिकेशन जारी करने का स्वागत किया है।

एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने शुक्रवार को वार्ता के क्रम नोटिफिकेशन जारी करने के संबंध में किए गए वादे को पूरा किया है। यह एसटीईटी अभ्यर्थियों के जारी आंदोलन में सरकार एक कदम पीछे हटी है।

उन्होंने शिक्षा मंत्री से राज्य के शिक्षक अभ्यर्थियों के हित राज्य की 9000 नियोजन इकाइयों को भंग कर बहाली प्रक्रिया को केंद्रीकृत किए जाने की माँग की है। साथ ही सवा लाख शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया को पूरा करने के तुरंत बाद राज्य में अभी तक खाली कुल चार लाख शिक्षकों के पद भरे जाने को लेकर भी बहाली प्रक्रिया नियमित करने की माँग की है।

एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष अमीन हमज़ा ने कहा है कि बहुत से ऐसे अभ्यर्थी हैं जो प्राथमिक, मिडिल, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक चारों जगह बहाली प्रक्रिया में शामिल होंगे। अभी की बहाली प्रक्रिया में प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में पहले होगा और माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में बाद में। अगर प्राथमिक या मध्य विद्यालयों में किसी का नियोजन हो जाएगा और बाद में माध्यमिक विद्यालय में होगा तो वह अभ्यर्थी माध्यमिक या ऊपरी स्कूल में अपने को रखना चाहेगा। नतीजन एक सीट प्राथमिक या मध्य का खाली हो जाएगा। इसकी जगह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उच्चतर माध्यमिक व माध्यमिक विद्यालयों की बहाली शुरू करना बेहतर होगा। इससे सीट खाली नहीं होने की स्थिति में दुबारा बहाली की जरूरत नहीं पड़ेगी।

एआईएसएफ के राज्य सह सचिव जन्मे जय कुमार ने कहा कि 2011 के एसटीईटी अभ्यर्थियों के साथ भी नोटिफिकेशन में शिक्षा मंत्री ने न्याय किया है। यह स्वागत योग्य कदम है लेकिन इस बहाली प्रक्रिया के बीतने के बाद पुनः खाली पड़े सीटों को भरने की प्रक्रिया सरकार को शुरू करनी चाहिए तभी 2019 के अभ्यर्थियों के साथ भी नैसर्गिक न्याय होगा। साथ ही शिक्षा मंत्री को एआईएसएफ प्रतिनिधिमंडल में वार्ता में महिला आरक्षण को पूरा करने के लिए किए गए वादे पर ठोस कदम उठाना चाहिए।