गया: सफलता अंग्रेजी के शब्द थ्री (3) ‘पी’ यानि पैशन, पेशेंस एंड पर्सीवरेंस पर आधारित है जिसका अभिप्राय जुनून, धैर्य और धृढ़ता है | सफलता का यह मंत्र दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने हाल ही में बिहार सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) परीक्षा 2020 में सफल छात्रों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में कही |

जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि सम्मान समारोह का आयोजन सीयूएसबी के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस के इंटर्नशिप और प्लेसमेंट सेल द्वारा किया गया था | अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति महोदय ने आयोजकों की प्रशंसा करते हुए विभाग के सफल छात्रों की सराहना की | तत्पश्चात उन्होंने सफल विद्यार्थियों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने की शुभकामनाएं दी । प्रो. सिंह ने चयनित विद्यार्थियों से आग्रह किया की वह न्याय को समाज के निचले पायदान तक पहुंचाए | कुलपति महोदय ने अपने व्याख्यान को विराम कुछ इन पंक्तियों के साथ दिया, ” जो है उजड़े भूले बिसरे, वो सब तेरे अपने है , इनके भी आंखों में तेरे जैसे सपने है।” कुलपति महोदय द्वारा सफल छात्रों को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र वितरण किया गया।

इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। इसके पश्चात अधिष्ठाता प्रो. एस.पी. श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में छात्रों को बधाई दी और उनसे “न्याय के आदर्श को कायम रखने” का आग्रह किया। कार्यक्रम में प्रो. संजय प्रकाश श्रीवास्तव के साथ डीएसडब्ल्यू प्रो. पवन कुमार मिश्रा, आईपी सेल की समन्वयक डॉ. पूनम कुमारी, विभाग के संकाय सदस्यगण क्रमशः डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. देव नारायण सिंह, डॉ. प्रदीप कुमार दास, डॉ. पल्लवी सिंह, डॉ. चंदना सुबा, डॉ. नेहा शुक्ला, डॉ. अनुजा मिश्रा, डॉ. मणि प्रताप एवं डॉ. अनंत प्रकाश नारायण उपस्थित थे। इंटर्नशिप और प्लेसमेंट सेल के सदस्यों में संयोजक पूजा कश्यप, सदस्य उज्ज्वल आनंद, कुमारी सिमरन, सक्षम आनंद, जिज्ञासा, रितिका कुमारी, करिश्मा भारती, स्मिता कुमारी, ईशा नारायणन, यूसुफ शहाब, प्रशांत कुमार, ऋषि राज, समीर आलम और कुमार प्रिंस मौजूद रहें। कार्यक्रम, धन्यवाद ज्ञापन और उपलब्धि हासिल करने वालों की बहुमूल्य अंतर्दृष्टि के साथ संपन्न हुआ।