पटना, 14 मई 2021: बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आठवीं किश्त के रूप में 19 हजार करोड़ रुपए की राशि लगभग 10 करोड़ किसानों के बैंक खाता में स्थानांतरित करने हेतु प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी कि मुश्किल घड़ी में प्रधानमंत्री के इस उपहारस्वरूप सहायता से कृषि उद्योग और कृषि क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास में किसानों को सहायता मिलेगी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि इस योजना के तहत बिहार के 80 लाख 51 हजार 549 किसानों को 1610 करोड़ रुपए की सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करनेवालों में बिहार के किसानों की संख्या पूरे देश में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने लाभार्थियों के चयन प्रक्रिया, विशेष रूप से प्रमाणिकी प्रकिया को और सरल बनाने का सुझाव बिहार सरकार के कृषि विभाग के अधिकारियों को दिया ताकि इस योजना का लाभ बिहार के अधिक से अधिक किसान प्राप्त कर सकें।

मुख्यमंत्री द्वारा लॉकडॉउन की अवधि बढ़ाने के आदेश के कारण पड़ने वाले सकारात्मक परिणामों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गया, औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, मुअफ्फरपुर आदि जिलों में एक्टिव केसों की संख्या में बहुत कमी आ गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना मरीजों के लिए किए गए विशेष प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अब बिहार में कोरोना रोगियों को परेशानी नहीं है। कोरोना के कारण मध्यम वर्ग, विशेष रूप से श्रमिक वर्ग पर पड़नेवाले दुष्परिणामों की चर्चा के क्रम में उन्होंने कहा कि यह सरकार की सजगता है कि ऐसे वर्गों के लिए योजनागत तैयारी कर ली गई थी। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन लोगों को भी मिल रहा है जो कोरोना के कारण दूर शहरों से रोजी रोजगार छोड़कर बिहार के अपने गांव में आ गए थे।

राज्य सरकार द्वारा सामूहिक भोजनालय की शुरुआत की प्रशंसा करते उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार इसे दोहराते रहे हैं कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार संकटग्रस्त नागरिकों का होता है। मुख्यमंत्री ने गरीब और समाज के हाशिए  पर रहनेवाले लोगों के लिए सभी पहलुओं पर बारीकी से नजर रखते हुए अधिकारियों को निदेशित किया है।