पटना, मार्च 25, 2021: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में खान एवं भूतत्व विभाग के बालू एवं पत्थर भूखंडों की बंदोबस्ती का जायजा लिया।खान एवं भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर प्रस्तुतीकरण में बालू घाटों की बंदोबस्ती की अद्यतन स्थिति एवं बालू की उपलब्धता सुनिश्चितकराने के लिए विकल्पों के सबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी दी।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “बिहार में पहाड़ों की संख्या काम है। वर्ष 2007 से पहाड़ों की खुदाई को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाये गए हैं। यहां के पहाड़ 2 करोड़ से 10 करोड़ वर्ष पुराने हैं। ये कई ऐतिहासिक विरासत को समेटे हुए है। बिहार के ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करना होगा। इसके संरक्षण से राज्य में टूरिज्म को और बढ़ावा मिलेगा। राजगीर, गया, सासाराम जैसे इलाकों के कई पहाड़ो की अपनी ऐतिहासिक महत्ता है। पंच पर्वत के बीच राजगीर बसा हुआ था जो मगध की राजधानी थी, बाद में पाटलिपुत्र मगध की राजधानी बनी। बिहार का गौरवशाली इतिहास है जिसे अक्षुण रखना है। पहाड़ों को हर हाल में सुरक्षित रखा जाए, इसका खनन सीमित रखा जाए। पर्यावरण को ध्यान में रख कर ही सारे काम किये जाएं।”
बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम, जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव, वित्त, एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, पर्यावरण, चंचल कुमार, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, खान एवं भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर, मुख्यमंत्री सचिव, अनुपम कुमार सहितअन्य मौजूद थे।