पटना, मार्च 18, 2021: किसानों/खेत में काम करने वाले मज़दूरों को वज्रपात/ठनका से पूर्व चेतावनी एवं बचने के उपाय की जानकारी अब कृषि समन्वयक देंगे। समन्वयकों को इसके लिए सभी सूचनाएं दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा उन्हें इसकी सूचना नियामित रूप से दी जाएगी।
आपदा प्रबंधन प्राधिकारण की पहल पर किसानों को मिलने वाली सूचना के बारे में प्राधिकरण के सीनियर कंसल्टेंट नीरज कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2020 के मानसून अवधि में वज्रपात/ठनका से होने वाली मृत्यु कि अधिकता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। सिंह ने बताया कि इस वर्ष मानसून अवधि से पूर्व वज्रपात/ठनका की घटना से होने वाली मृत्यु को कम-से-कम करने के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कृषि विभाग से समन्वय में किसानों/ मजदूरों को जागरूक एवं पूर्व चेतावनी समय से प्रेषित किये जाएंगे।
कृषि समन्वयकों को इस संदर्भ में प्रशिक्षित किये जाने की योजना बनायी गयी है। इस संदर्भ में बामेती संस्थान में कृषि समन्वयकों के चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपदाओं के जोखिम न्यूनीकरण एवं वज्रपात/ठनका संबंधी एक सत्र का प्रशिक्षण देना सुनिश्चित किया गया है। इस योजना के तहत मार्च 18 को बामेती में कृषि समन्वयकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में नीरज कुमार सिंह द्वारा वज्रपात/ठनका की घटनाओं से होने वाली मृत्यु को कम-से-कम करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। कृषि समन्वयक ग्राम स्तर पर किसानों को जागरूक करेंगे। समन्वयकों के वाटस्एप ग्रुप आदि से जुड़कर इससे संबंधित पूर्व चेतावनी एवं बचने के उपाय के संदेश तथा विडियोज समय समय पर प्राधिकरण द्वारा प्रेषित किये जायेंगे।
इस संदर्भ में बामेती के निदेशक जीतेंद्र कुमार द्वारा बताया गया कि कृषि समन्वयकों के प्रशिक्षण अवधि में यह सत्र मील का पत्थर साबित होगा। जिससे हम अपने राज्य के किसानों/खेतीहर मजदूरों की जान को बचा सकेंगे।