पटना, मार्च 16, 2021: होली में बिहार में दूसरे राज्यों से आये लोगों का अब कोविड टेस्ट करने का सख्त निर्देश जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने दिया है। साथ ही आने वाले सभी लोगों का पंचायत वार सूची तैयार करने का आदेश दिया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जिला प्रशासन ने सोमवार को ही सूचित किया था कि ट्रेन और हवाई जहाज से महाराष्ट्र, पंजाब और केरल से पटना आने वालों को अपने साथ आरटी-पीसीआर रिपोर्ट रखना अनिवार्य होगा। बिना रिपोर्ट के आने वालों का टेस्ट किया जायेगा।
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जानकारी दी कि होली पर्व के अवसर पर बाहर से आए लोगों का पंचायत वार सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है। सूची बनाने में प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक तथा आशा को सक्रिय कर पंचायत वार सूची तैयार कराने तथा जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग लेने का भी निर्देश दिया गया है। सूची की समीक्षा करने तथा टेस्टिंग नहीं कराने वाले व्यक्ति की कोविड जांच करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं /कार्यक्रमों का जनहित में व्यापक प्रचार- प्रसार करते हुए मरीजों के लिए अस्पतालों में बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सरकारी दिशानिर्देश/मानक के अनुरूप ससमय उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
कोविड जांच एवं सैंपल कलेक्शन में तेजी लाने का निर्देश
जिलाधिकारी ने मिशन मोड में कोविड जांच करने तथा सैंपल कलेक्शन करने का निर्देश दिया है। इस कार्य का प्रभावी मॉनिटरिंग कर प्रतिदिन रिपोर्ट देने का निर्देश जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को दिया गया । इसके लिए कार्य योजना तैयार कर टीम गठित करने तथा तैनाती कर टेस्टिंग का कार्य मिशन मोड में पूरा करने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी ने टेस्टिंग से संबंधित प्रखंड वार लक्ष्य एवं उपलब्धि की भी जानकारी प्राप्त की।
संस्थागत प्रसव में न्यून प्रदर्शन करने वाले प्रभारी से हुआ स्पष्टीकरण
जिलाधिकारी ने एजेंडा के अनुरूप संस्थागत प्रसव की प्रखंडवार समीक्षा की। इस क्रम में पाया गया कि पीएचसी मसौढ़ी एवं अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी, बाढ़ पीएचसी एवं अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़, घोसवारी पीएचसी, धनरूआ पीएचसी, नौबतपुर पीएचसी, मनेर पीएचसी का प्रदर्शन न्यून है। संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी द्वारा मसौढ़ी अनुमंडलीयअस्पताल का पूर्व में निरीक्षण किया गया था तथा अस्पताल के उपाधीक्षक को अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन हेतु एनेस्थीसिया के प्रशिक्षण प्राप्त डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति कराने तथा ऑपरेशन की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था। आज की समीक्षा बैठक में पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपेक्षित एवं संतोषजनक जवाब उपलब्ध नहीं कराने के कारण अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी के उपाधीक्षक का वेतन स्थगित किया गया है तथा उनसे स्पष्टीकरण की गई है। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अस्पतालों में संस्थागत प्रसव हेतु महिलाओं को आशा के माध्यम से प्रोत्साहित करने तथा अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
प्रसव पूर्व जांच में न्यून प्रदर्शन करने वाले प्रभारी से आशा के माध्यम से सुधार लाने का निर्देश
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की जांच करने के मामले में विक्रम, पटना सदर, घोसवरी, पंडारक का प्रदर्शन न्यून रहा। न्यून प्रदर्शन करने वाले प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से सुधार लाने का निर्देश दिया गया।प्रसव पूर्व जांच से संबंधित महिलाओं का निबंधन एवं उपस्थिति की प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया। इसके लिए डीसीएम को आशा के माध्यम से मॉनिटर करने को कहा गया।
टेलीमेडिसिन के माध्यम से 439 रोगी को मिला परामर्श
बैठक में अवगत कराया गया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डॉक्टर द्वारा सुदूरवर्ती रोगी को आवश्यक परामर्श दिए जाते हैं। अब तक 439 व्यक्ति को परामर्श दिए जा चुके हैं। इसके लिए सात सेंटर हैं। इस कार्य की प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया।
राष्ट्रीय टीवी उन्मूलन कार्यक्रम का जनहित में व्यापक प्रचार प्रसार कर लाभान्वित करने का निर्देश
राष्ट्रीय टीवी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मृत्यु दर कम करने तथा 2025 तक टीवी उन्मूलन करने से संबंधित रणनीति के तहत टीवी फोरम का गठन करने का निर्देश दिया गया ताकि टीवी के बारे में लोगों को जागरूक कर सक्रिय केस को ढूंढ कर समुचित इलाज कराया जा सके। इसके लिए गांव में घर घर भ्रमण कर टीवी मरीजों को चिन्हित करने तथा उन्हें इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से आच्छादित करने का निर्देश दिया गया । इस कार्यक्रम के तहत मरीज को ₹500 पोषण स्तर में सुधार लाने हेतु डीवीटी के माध्यम से दिए जाते हैं तथा सूचक को भी ₹500 दिए जाते हैं। अभी कुल 2600 लोगों को कार्यक्रम के तहत डीवीटी के माध्यम से राशि मिल रही है।
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी लेखापाल एवं सहायक को वित्तीय वर्ष की समाप्ति की स्थिति को देखते हुए लेखा का संधारण करने तथा वित्तीय नियमों के अनुकूल खर्च करने का निर्देश दिया वित्तीय नियमों के उल्लंघन करने तथा विभागीय वित्तीय दिशा निर्देश के प्रतिकूल आचरण करने के कारण मोकामा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिपिक से स्पष्टीकरण किया गया है।
बैठक में उप विकास आयुक्त रिची पांडे, सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी लेखापाल संबद्ध थे।