नई दिल्ली, 26 जून, 2021: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को भारत को सोलर इनर्जी के क्षेत्र में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने की महत्वाकांक्षी योजना तथा उस योजना मे 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का एलान किया। बता दें कि उसी दिन अमेरिका ने चीन की एक कंपनी से सोलर पैनल आयात पर रोक लगाने की भी घोषणा की है। इन दोनो घटनाओं में सीधे तौर पर कोई संबंध नहीं है। लेकिन इससे पता लगता है कि भारत और अमेरिका सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को अब चुनौती देने की योजना मे जुटे है।
सूत्रों ने बताया कि गुजरात के जामनगर में 5,000 एकड़ में स्थापित होने वाला Dhirubhai Ambani Green Energy Giga Complex चीन के सबसे बड़े सोलर उपकरण प्लांट के बराबर होगी। या फिर उससे भी बड़ी होगी। यहां Solar Energy क्षेत्र के सारे उपकरण तथा उनके कच्चे माल का भी निर्माण किया जाएगा। सोलर सेल्स में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पॉलीसिलिकान का निर्माण भी किया जाएगा।
पॉलीसिलिकान का निर्माण बेहद उच्चस्तरीय तकनीक से होता है जिससे जुड़े प्लांट की स्थापना के लिए रिलायंस दुनिया की कुछ बड़ी कंपनियों से बात कर ही है। सूत्रों का कहना है कि कच्चा माल समस्या नहीं है बल्कि पॉलीसिलिकान के निर्माण करने वाली बेहद उच्चस्तरीय व अत्याधुनिक तकनीक वाली फैक्ट्री की स्थापना एक बड़ी चुनौती है।
बता दें कि भारत वर्ष 2030 तक सौर ऊर्जा से 2.80 लाख मेगावाट बिजली बनाने का उदेश्य लेकर चल रही है। पिछले साल तक भारत ने सौर ऊर्जा में उपयोग होने वाले सोलर सेल्स, सोलर पैनल और सोलर मॉडयूल्स का 80 फीसद चीन से आयात किया है। शुक्रवार को क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में सोलर मॉड्यूल्स की कीमत बढ़ने से प्लांट और उससे उत्पादित बिजली की लागत बढ़ रही है। अभी भी भारत में बनाने वाले सोलर उपकरण चीन के मुकाबले 40 फीसद तक महंगे हैं। साथ ही सोलर सेल बनाने में इस्तेमाल होने वाले पोलीसिलिकॉन मटेरियल के 64 फीसद वैश्विक बाजार पर भी चीन का कब्जा है।
वास्तव मे आरआइएल के चेयरमैन की घोषणा सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को खत्म करने की दिशा में सबसे अहम कदम साबित हो सकता है। सोलर ऊर्जा निर्माण के लिए जरूरी उपकरण अभी चीन भारत के मुकाबले 30 से 40 फीसद सस्ती देता है लेकिन रिलायंस की पूरी योजना का उद्देश्य यह है कि अगले तीन वर्षों में चीन से भी सस्ते और टिकाऊ उपकरण भारत में तैयार होने लगें।