पुणे, 24 सितंबर 2022 को रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (दक्षिण कमान) पुणे कार्यालय के  सेबेस्टियन  हॉल  में सफलता पूर्वक  संपन्न हुआ । एसोसिएशन की स्थापना 17 अगस्त 1988 को सेवानिवृत्त रक्षा लेखा (उप नियंत्रक) स्वर्गीय जी बी करजगी द्वारा की गई थी। इस एसोसिएशन ने अभी तक  34 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। वर्तमान में इस एसोसिएशन के 1500 सदस्य हैं।

यह एसोसिएशन निस्वार्थ भाव से अपने रिटायड  सदस्यों की  सेवा कर रहा है,  इनके द्वारा अपने सदस्यों की सभी  समस्याओं को हल करने के पुरजोर  प्रयास किए जाते हैं।

आम सभा का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ राजीव सीताराम चौहान भा र ले से, एन डी सी रक्षा लेखा (प्रधान नियंत्रक ) महोदय को शॉल और पुष्पगुच्छ प्रदान करके किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित  किया गया । इस सुअवसर पर मुख्य अतिथि के साथ श्री ओंकार मोघे, रक्षा लेखा (उप नियंत्रक )तथा श्री आलोक तिवारी रक्षा लेखा( सहायक नियंत्रक )भी उपस्थित थे। एसोसिएशन की वर्तमान अध्यक्षा श्रीमती राजलक्ष्मी देवराजन सेवानिवृत्त रक्षालेखा (उप नियंत्रक )महोदया ने स्वागत भाषण दिया । तथ  पश्चात गत एक वर्ष में 10 स्वर्गवासी सदस्यों के लिए शोक संदेश पढ़ा गया तथा उनकी आत्मा की अमन शांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण रखा गया।

एसोसिएशन के जिन सदस्यों ने 75 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है तथा जिनकी आयु 85 से 90 वर्ष के बीच में है ऐसे 100 सदस्यों का सम्मान मुख्य अतिथि महोदय द्वारा  किया गया। इसके बाद 28वीं आम सभा के कार्यवृत्त तथा वार्षिक रिपोर्ट 2021-2022 को स्वीकार किया गया।  इसी के साथ गत वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट और कार्यालयीन संकल्पों को भी पुरी तरह से स्वीकृती दी गई|

मुख्य अतिथि महोदय ने अपने प्रेरक व ओजस्वी उद्बोधन में सर्वप्रथम इस एसोसिएशन को रक्षा लेखा विभाग के सीमित दायरे से निकालकर केंद्र सरकार के और राज्य सरकार के सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों व अधिकारियों को शामिल करने की सलाह दी। उन्होंने  घोषणा की कि प्रत्येक वर्ष 07 दिसंबर को रक्षा लेखा विभाग के पेंशनर्स के लिए ” पेंशनर्स दिवस ” मनाया जाएगा जो कि अपने आप में एक नई पहल होगी । पेंशनर्स की सुविधा के लिए रक्षा लेखा विभाग के आवासीय संकुल “चित्रगुप्त कांप्लेक्स ” में सीजीएचएस योजना के तहत  जो आरोग्य संबंधी सुविधा  दी जाती हैं वें वर्तमान में एक या दो फ्लैट में दी जा रही है । इस अवसर पर उन्होंने आश्वासन दिया कि सेना के तथा सीजीएचएस के वरिष्ठतम अधिकारियों से चर्चा कर अलग से जमीन प्राप्त कर एक नई सीजीएचएस डिस्पेंसरी शीघ्र ही बनवाई जाएगी। साथ ही पेंशनर्स के कमरे का पुनर्निर्माण किया जाएगा, अलग से पेंशनर्स के लिए एक वेबसाइट बनवाई जाएगी तथा एक अलग सूचना पट भी पेंशनर्स को दिया जाएगा।

वर्तमान में पेंशन का सारा काम ” स्पर्श ” पर ही आधारित है इसलिए स्पर्श हेल्पलाइन को बहुत ही मजबूती प्रदान की जाएगी ।1. सहयोग 2. सहायता 3. संपर्क 4.संवेदनशील सेवा भाव ,  इन चार सूत्री उद्देश्यों के साथ ” स्पर्श केंद्र ” को पूरी तरह से कारगर और सक्षम बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त जीवित प्रमाण पत्र, आवधिक लाभों  इत्यादि की प्रक्रिया को अधिक सरल व सुलभ बनाए जाने पर भी उन्होंने जोर दिया। सीएसडी कैंटीन द्वारा दिए जाने वाले वार्षिक लाभ को पेंशनर्स में भी बांटने की घोषणा उन्होंने इस अवसर पर की। पुणे स्थित रक्षा लेखा विभाग के कार्यालयों तथा आवासीय संकुल के सभागृहों तथा मिलिट के सभागृह को पेंशनर्स को भी रियायती दरों पर देने की घोषणा भी उन्होंने इस शुभ अवसर पर की। इस कदम से हमारे रक्षा लेखा विभाग को इन सभागृहों के माध्यम से अधिक राजस्व प्राप्त होने में भी मदद मिलेगी।

“अनुकूल परिस्थितियों में उन्नति की संभावना सीमित होती है हमारी चुनौतियां हमें उन्नत करती हैं, हमें चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए अपितु उनका सामना कर उन्हें वहीं समाप्त कर अपने भय पर विजय पानी चाहिए ” मुख्य अतिथि महोदय की इन प्रेरक पंक्तियों तथा उक्त सभी पेंशनर्स कल्याणकारी घोषणाओं ने सभी उपस्थित हों के मन को मोह लिया जो जो कि पेंशनर्स की लगातार करतल ध्वनियों से व्यक्त हो रहा था।

मान्यवरों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करने के पश्चात राष्ट्रगीत के साथ इस कार्यक्रम का समापन किया गया।