पटना, 5 मार्च, 2021: बिहार राज्य विद्युत नियामक आयोग (बीएसईआरसी) ने शुक्रवार को बिजली दर बढ़ाने का फैसला सुरक्षित रख लिया। दक्षिण और उत्तर बिहार बिजली वितरण कंपनी ने बिजली की दर में 9 से 10 प्रतिशत की वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया है। बीएसईआरसी ने शुक्रवार को जनसुनवाई पूरी कर ली है।

बीएसईआरसी के समक्ष जनसुनवाई के दौरान बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) के साथ-साथ उपभोक्ताओं ने भी इस प्रस्ताव का विरोध किया है। एसोसिएशन ने कहा है कि बिजली के बिल को बढ़ाने के बजाय कम करने की जरूरत है। जबकि, बिजली कंपनियों ने कहा कि वृद्धि का प्रस्ताव उचित है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद आयोग के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा, सदस्य आरके चौधरी और एससी चौरसिया ने फैसला सुरक्षित रखा है। यदि आयोग का निर्णय बिजली कंपनियों के पक्ष में है, तो 1 अप्रैल, 2021 से 9 से 10 प्रतिशत तक बिजली महंगी हो जाएगी।

जन सुनवाई के दौरान, BIA के उपाध्यक्ष संजय भरतिया ने तर्क दिया कि बिजली सस्ती होनी चाहिए। उन्होंने आयोग को बताया कि दक्षिण बिहार बिजली वितरण ने 42.86 प्रतिशत और उत्तर बिहार कंपनी ने 27.71 प्रतिशत की हानि दिखाई है। लेकिन आयोग ने 2017-18 में नुकसान को 15 फीसदी तक कम करने का काम दिया था। ऐसे में 15 फीसदी प्रति यूनिट बिजली सस्ती की जानी चाहिए।