पटना: तीन साल पहले बिहार पुलिस के शस्त्रागार से 4,000 कारतूस और नौ मैगजीन की चोरी में उनकी भूमिका के संदेह में दो पुलिसकर्मियों ने गुरुवार शाम समस्तीपुर स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।

समस्तीपुर जिले के मुफस्सिल थाने में 1 जुलाई 2018 को उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद से पुलिस हवलदार विजय गिरी और संजय शर्मा फरार चल रहे थे।

जून 2015 से जून 2018 के बीच शस्त्रागार से 9 एमएम के कुल 3,817 कारतूस, राइफल की 110 गोलियां, एके47 की 49 और इंसास राइफल की 26 गोलियां गायब थीं। समस्तीपुर पुलिस ने तत्कालीन सार्जेंट मेजर मिथिलेश कुमार सिंह सहित 12 पुलिसकर्मियों प्रभारी भोला प्रसाद चौधरी, एएसआई उमाशंकर सिंह, हवलदार बछंददेव श्रीवास्तव और रमाशंकर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

जांच के दौरान पुलिस को मामले में पूर्व सूबेदार भोला चौधरी, देवनंदन दास, राजेंद्र गिरी, उमाशंकर सिंह और आशीष आनंद की सीधी भूमिका मिली। बताया जाता है कि हवलदार रमाशंकर की जांच के दौरान मौत हो गई थी।

उल्लेखनीय है कि राज्य में किसी पुलिस थाने या पुलिस लाइन के शस्त्रागार से हथियार और गोला-बारूद गायब होने की यह पहली घटना नहीं है। 2 जुलाई, 2018 को, सीवान में पुलिस लाइन के शस्त्रागार से एक .303 राइफल, दो 9 मिमी पिस्तौल और कम से कम 150 राउंड बोर सहित आग्नेयास्त्रों का एक जखीरा गायब था।