पुणे, ०४/०७/२०२३: सीएसआईआर-एनसीएल में नराकास की द्वितीय छ:माही बैठक का आयोजन डॉ. आशीष लेले, (निदेशक, सीएसआईआर-एनसीएल एवं अध्‍यक्ष, नराकास (का.-2), पुणे) की अध्‍यक्षता में किया गया। इस बैठक में 12 कार्यालय के कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। इस बैठक में लगभग केंद्रीय कार्यालयों के 114 प्रतिनिधियों ने अपनी सहभागिता की ।

प्रारंभ में डॉ. (श्रीमती) स्‍वाति चढ्ढा (हिंदी अधिकारी, सीएसआईआर-एनसीएल, पुणे एवं सदस्‍य–सचिव, नराकास (का-2), पुणे ने सभा में उपस्थित सभी सदस्‍यों का स्‍वागत किया तथा नराकास के उद्देश्‍य के बारे
में जानकारी प्रदान की। तत्‍पश्‍चात् सभी सदस्‍य-कार्यालयों से पधारे प्रत्‍येक प्रतिनिधि ने अपना संक्षिप्‍त परिचय दिया। डॉ. आशीष लेले, निदेशक, एनसीएल एवं अध्‍यक्ष, नराकास ने बैठक में उपस्थित सभी संस्‍थानों के प्रमुख तथा अन्‍य अधिकारियों/‍कर्मचारियों का स्‍वागत करते हुए कहा कि बड़े हर्ष का विषय है कि राजभाषा के कारण हम सब लोग एकत्र हो पाए है। गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा यह जिम्‍मेदारी हमें सौपी गई है, जिसको हम अच्‍छी तरह से निभाने की कोशिश करेंगे और आप सभी संस्‍थानों से निवेदन है कि इस में अपना सक्रिय सहयोग हमें प्रदान करें। इसके उपरांत डॉ. सुष्मिता भट्टाचार्य (उप निदेशक, राजभाषा विभाग, गृह
मंत्रालय) द्वारा छ:माही रिपोर्ट की समीक्षा प्रस्‍तुत की गई तथा राजभाषा प्रयोग के संबंध में विभिन्‍न बिंदुओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया। उन्‍होंने कहा कि न.रा.का.स. के माध्‍यम से जुड़कर सभी संस्‍थान राजभाषा प्रगति के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण योगदान प्रदान कर स‍कते है ।

इसके पश्‍चात् एनसीएल की छ:माही पत्रिका ‘एनसीएल-आलोक’ तथा जीएसआई की वार्षिक पत्रिका ‘सह्याद्रि’ का विमोचन भी किया गया । तत्‍पश्‍चात् न.रा.का.स. द्वारा आयोजित अंतरकार्यालयीन प्रतियोगिताओं के पुरस्‍कार
तथा प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए।

कार्यक्रम के अंत में श्री कौशल कुमार, प्रशासनिक अधिकारी, एनसीएल द्वारा सभी सदस्‍य-कार्यालयों से जुड़े कार्यालय प्रमुखों/प्रतिनिधियों को धन्‍यवाद देते हुए बैठक समाप्‍त हुई। श्री कौशल कुमार ने बैठक में उपस्थित होने के लिए सभी का आभार व्‍यक्‍त किया तथा कहा कि आप सभी के सक्रिय सहयोग से ही राजभाषा का यह सामूहिक मंच अपनी सार्थकता को प्राप्‍त करेगा।