जयपुर, 3 मई 2021: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में स्वस्थ व्यक्तियों को रक्तदान और कोरोना को हराकर आए लोगों को प्लाज्मा डोनेशन के लिए आगे आना चाहिए। ऎसा कर कई लोगों को जीवन दान दिया जा सकता है।
चिकित्सा मंत्री सोमवार को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के जन्मदिवस के अवसर पर राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की ओर से आयोजित 13 वें स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में बतौर मुख्य अतिथि वर्चुअल माध्यम से बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रक्तदान और प्लाज्मा डोनेशन से पूर्व किसी भी व्यक्ति को आरटी पीसीआर टेस्ट अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि कई शोधों में यह पाया गया है कि वैक्सीनेशन के 3 माह बाद तक रक्तदान नहीं किया जा सकता। ऎसे में युवा वैक्सीन लगवाने से पहले रक्तदान जरूर करें।
हेल्थ वर्कर्स का योगदान और प्रयास सराहनीय
डॉ. शर्मा ने कहा कि राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की ओर से बीते 13 वर्ष से इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है जो कि सराहनीय है। उन्होंने हेल्थ वर्कर्स को सलाम करते हुए कहा कि रक्तदान शिविर का कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए आयोजन करना एक अभूतपूर्व प्रयास है। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में रक्तदान के साथ प्लाज्मा डोनेशन की भी आवश्यकता है जिससे कि अधिक से अधिक कोरोना संक्रमितों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की पहली लहर में राजस्थान सरकार के प्रबंधन की देश दुनिया में चर्चा हुई। प्रदेश में बीते एक वर्ष के दौरान हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से मजबूत किया गया है इसी का नतीजा है कोरोना महामारी की दूसरी लहर का राज्य मजबूती के साथ सामना कर पा रहा है।
अधिक ऑक्सीजन व अन्य संसाधनों के लिए प्रयास जारी
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विभाग की ओर से सभी प्रकार के संसाधनों में वृद्धि की गई है। जिसमें मुख्य रूप से बैड, ऑक्सीजन की आपूर्ति और रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर वर्तमान की सबसे बड़ी जरूरत है लेकिन इनकी सप्लाई केन्द्र सरकार की ओर से सुनिश्चित की जा रही है इसलिए प्रदेश सरकार इनकी उपलब्धता के लिए काफी हद तक केन्द्र पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रदेश में भी संक्रमित की जान मेडिकल या अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं के अभाव में ना जाए।
चिकित्सा विभाग के प्रयास सराहनीय
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में वर्चुअली सम्मिलित हुए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत ने राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के इस प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने कि हमारे हेल्थ कर्मियों का यह प्रयास सभी को रक्तदान और प्लाज्मा डोनेशन के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से आमजन को सुरक्षित रखने के लिए चिकित्सा विभाग पूर्ण रूप से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी का दायित्व है कि हम कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करे और राज्य सरकार की ओर से लागू किए गए जन अनुशासन पखवाड़े में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में हम कोरोना की दूसरी लहर को जल्द ही हराने में कामयाब होंगे।
राजस्थान में बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं
राजस्थान बीज निगम के पूर्व चेयरमैन श्री धर्मेन्द्र राठौड़ ने कोरोना काल में रक्तदान की महत्ता कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना की पहली वेव में बेहतरीन काम कर लोगों की जिदंगी बचाई थी। दूसरी वेव हालांकि ज्यादा घातक है लेकिन अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। सरकार की ओर संक्रमण के नियंत्रण में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह हमने पहली वेव से लड़कर कामयाबी हासिल की थी, हम दूसरी वेव को भी हराकर स्वस्थ राजस्थान का निर्माण करेंगे।
आमजन का सहयोग बहुत आवश्यक
आरयूएचएस के वाइस चांसलर श्री राजाबाबू पंवार ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश के नसिर्ंग सर्विस ने की फैक्टर का काम किया है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है। उन्होंने कहा कि कोरोना नियंत्रण में सरकार बेहतरीन काम कर रही है, इसे और अधिक मजबूती देने के लिए आमजन का सहयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि महामारी मैदान में नहीं बल्कि घरों में लड़ी जाती है। आमजन सभी प्रोटोकॉल अपनाकर जीवनशैली अपनाएंगे तब भी कोरोना जैसी महामारी को हराया जा सकता है।
50 नसिर्ंगकर्मियों ने किया रक्तदान
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की ओर से आयोजित 13 वें स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 50 से अधिक नसिर्ंग कर्मियों ने रक्तदान किया। एसोसिएशन के चैयरमैन शशिकांत शर्मा ने बताया कि रक्तदान शिविर का आयोजन सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सभी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया है। उन्होंने बताया कि शिविर के लिए दो मोबाइल वैन का उपयोग किया गया है। इस मौके पर रक्तदान शिविर के संयोजक नरेन्द्र सिंह शेखावत व अन्य पदाधिकारी व नसिर्ंगकर्मी भी उपस्थित थे।