जयपुर, 29 अगस्त 2022: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक-2022 के उद्घाटन के अवसर पर राज्य में खेलों का माहौल बनाने व खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शहरी ओलंपिक खेल के आयोजन की महत्वाकांक्षी घोषणा की। साथ ही उन्होंने ग्रामीण ओलंपिक खेलों को हर वर्ष आयोजित करने की भी घोषणा की, ताकि ग्रामीण अंचल में खेलों के प्रति रूचि बनी रहे। राजस्थान में खेलों के महाकुंभ के रूप में राष्ट्रीय खेल दिवस पर पहली बार आयोजित राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक-2022 का राज्यस्तरीय शुभारंभ जोधपुर से हुआ। मुख्यमंत्री ने सोमवार को लूणी पंचायत समिति अन्तर्गत पाल गांव के पशु मेला मैदान में आयोजित भव्य समारोह में इन खेलों का उद्घाटन किया।
गहलोत ने खेल ध्वजारोहण किया और मार्च पास्ट की सलामी लेकर वहां उपस्थित जन समूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का प्रदेशव्यापी आयोजन अभूतपूर्व है। आज का दिन राजस्थान के लिए ऎतिहासिक है। खेलों के इस महाकुंभ में हर आयु और वर्ग का व्यक्ति अपनी खेल प्रतिभा से रूबरू करा रहा है। इस दौरान राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल-2022 की मशाल मुख्यमंत्री द्वारा खिलाड़ियों को सौंपी गई।
खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा ‘खेलेगा राजस्थान, जीतेगा राजस्थान’ का लक्ष्य आज पूरा होता दिख रहा है। यहाँ न कोई हार है, न कोई जीत। उन्होंने विश्वास जताया कि राजस्थान का यह अनूठा प्रयोग कामयाबी का इतिहास रचेगा और इसके माध्यम से प्रदेश से वैश्विक स्तर की खेल प्रतिभाएं निखरकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगी। ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को तलाशकर उन्हें प्रादेशिक, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं के लिए तैयार करना ही हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से स्वास्थ्य व व्यक्तित्व के साथ ही मानवीय गुणों का भी विकास होता है जिससे सामाजिक विकास और कल्याण को नई दिशा प्राप्त होती है।
शहरी क्षेत्रों में भी होगा ओलंपिक
गहलोत ने प्रदेश में खेलों के विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में नगर निकायों की सहभागिता तय करते हुए शहरी ओलंपिक खेलों के आयोजन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण ओलंपिक भी हर साल होंगे ताकि लोगों में खेल भावना एवं अभ्यास का दौर निरन्तर बना रहे।
सद्भावना और सामूहिक विकास की सोच को सम्बल मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन खेलों से उभरने वाली प्रतिभाएं आगे चलकर ओलंपिक और कॉमनवैल्थ में बेहतर प्रदर्शन कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। इन खेलों से खेल भावनाओं का विकास होगा, जिससे आपसी प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और पारस्परिक विकास की सौहार्द्रपूर्ण सोच विकसित होगी। इन खेलों का उद्देश्य समाज और क्षेत्र में खेल भावना का संचार करना है।
गहलोत ने कहा कि हर परिस्थिति का सरकार ने दृढ़तापूर्वक मुकाबला किया है। लम्पी स्किन डिजीज से पशुधन को बचाने तथा इस रोग की रोकथाम के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इन प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि इन खेलों में प्रदेश की कुल 11 हजार 285 ग्राम पंचायतों में एक साथ लगभग 29 लाख 80 हजार खिलाड़ियों ने छह खेलों के लिए पंजीकरण कराया है। इनकी 2 लाख 21 हजार 55 टीमें बनी हैं जिनमें 20 लाख 37 हजार पुरुष तथा 10 लाख महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के नाम पर हर ब्लॉक पर स्टेडियम बनाने का बड़ा निर्णय किया है। उन्होंने पाल में स्टेडियम निर्माण कार्य को अगले बजट में लिए जाने का आश्वासन दिया और बताया कि जोधपुर जिले में 295 ग्राम पंचायतों में 30 से 50 लाख तक की धनराशि के खेल मैदान मनरेगा में स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने इस काम के लिए 11 करोड़ रूपए का जन सहयोग जुटाने के लिए सरपंचों की प्रशंसा की।
वल्र्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र सौंपा
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक -2022 में इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों की अधिकतम भागीदारी के लिए बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड लंदन में दर्ज होने पर इसका प्रोविजनल सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री को प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने माना खिलाड़ियों का आग्रह
मुख्यमंत्री गहलोत राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के राज्यस्तरीय उद्घाटन समारोह के दौरान मैदान में पहुंचे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। मैदान में खिलाड़ियों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों के साथ कबड्डी के खेल का आनंद लिया।
खेलों के सकारात्मक परिणाम जल्द सामने आएंगे
खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के नाम पर प्रदेश में तहसील स्तर पर स्टेडियम बन रहे हैं। इनमें से 50 से अधिक स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के चहुंमुखी विकास हेतु लिए जा रहे फैसलों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि युवाओं में खेल भावना के विकास से सकारात्मक परिणाम जल्द सामने आएंगे। जिला प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सोच को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में किए जा रहे कार्यों के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की।
राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्षा कृष्णा पूनिया ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द की जयन्ती से शुरू हो रहे राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला और प्रदेश भर में खेलों के विकास तथा खिलाड़ियों के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस अवसर पर लूणी विधायक महेन्द्र विश्नोई तथा खेल विभाग के सचिव नरेश ठकराल ने प्रदेश में समग्र विकास तथा जन-जन के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों व आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस आयोजन में नुक्कड नाटक का मंचन हुआ तथा खिलाड़ियों ने खेल भावना से खेलने की शपथ भी ली।
समारोह में विधायकगण मनीषा पंवार, किशनाराम विश्नोई व हीरालाल मेघवाल, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अध्यक्षा बिनाका मालू, मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा, रीको अध्यक्ष सुनील परिहार, महापौर कुन्ती देवड़ा परिहार, राजस्थान बाल संरक्षण अधिकार आयोग अध्यक्षा संगीता बेनीवाल, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी, पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ व प्रो. अयूब खान सहित जनप्रतिनिधिगण, संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीना, जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराणा सहित अधिकारीगण, प्रशिक्षक, शारीरिक शिक्षक, खिलाड़ी, विशिष्टजन और ग्रामीण उपस्थित थे।