सिद्धार्थ मिश्रा
पटना: भारतीय जनतांत्रिक जनता दल के मुखिया अब्दुल सुभान ने कहा है कि अब वह मुस्लिम-दलित जुगलबंदी में अन्य पिछड़े वर्गों को भी जोड़ना चाहते हैं, जिससे कि देशऔर बिहार का बहुत बड़ा तबका धर्म के नाम पर गुमराह ना हो। उन्होंने कहा कि दोनों तबकों के बीच सामाजिक प्रेम बढ़ जाएगा तो कोई उन्हें राजनीतिक टुकड़ों में नहीं बांट पाएगा।
भारतीय जनतांत्रिक जनता दल के मुखिया अब्दुल सुभान ने कहा है कि सियासी रहनुमाओं के हाथों ठगे गए मुसलमानों को अब यह समझना ही होगा कि उनका हित आखिर किसके साथ है। बता दें कि चंद्रशेखर 2020 विधानसभा चुनाव के लिए बिहार में भारतीय जनतांत्रिक जनता दल के पक्ष में फिजा बनाने की कोशिश में जुटे हैं।
मुसलमान अब तक जिन नेताओं और पार्टियों को वोट देकर जिताते रहे, उन्होंने ही उन्हें हाशिए पर पहुंचा दिया। मुझे लगता है कि मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि उनका हित आखिर किसके साथ है। उन्हें एक पैमाना बनाना चाहिए कि वे जिसे दोस्त समझकर वोट दे रहे हैं, वह वास्तव में उनका हितैषी है कि नहीं।
इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि आज मुसलमानों का हित दलितों के साथ है।
अब्दुल सुभान ने कहा, ‘मुझे लगता है कि दोनों तबकों के बीच सामाजिक प्रेम बढ़ जाएगा तो कोई उन्हें राजनीतिक टुकड़ों में नहीं बांट पाएगा। दोनों तबके अर्से से वंचित तबके हैं। मैं उन्हें उनकी कमजोरी का एहसास करा रहा हूं। साथ ही उन्हें बता रहा हूं कि उनका वास्तविक हित कहां है।’
आज़ादी के बाद से अब तक बिहार के मुसलमानों और दलितों को हर पार्टी ने ठगा है, उनका वोट लेकर उन्हीं का इस्तेहसाल किया है।