ग्वालियर, 26-अप्रैल-2021: कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के नियंत्रण और उपाय के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से ग्वालियर को अधिक से अधिक ऑक्सीजन और रेमडेसिविर वैक्सीन की उपलब्धता मिले, इसके लिये आग्रह करेंगे। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं कोविड के लिये जिले के प्रभारी श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर की उपस्थिति में क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में यह बात तय हुई।

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री लाखन सिंह, विधायक श्री प्रवीण पाठक, विधायक डॉ. सतीश सिकरवार, विधायक डबरा श्री सुरेश राजे, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष श्री देवेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक श्री रमेश अग्रवाल, श्री मदन कुशवाह, भाजपा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष श्री कौशल शर्मा, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के मानसेवी सचिव श्री प्रवीण अग्रवाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष श्री देवेश शर्मा, पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र जैन सहित प्रशासनिक अधिकारियों में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, एडीएम श्री रिंकेश वैश्य और विभागीय अधिकारियों के साथ ही क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।

क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि कोरोना के इस संकट की घड़ी में हम सबको मिलकर संक्रमण की रोकथाम के लिये कार्य करने की आवश्यकता है। ग्वालियर जिले को अधिक से अधिक ऑक्सीजन और रेमडेसिविर वैक्सीन मिले, इसके लिये हम प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर आग्रह करेंगे। हमें पूर्ण भरोसा है कि ग्वालियर को प्रदेश सरकार की ओर से शीघ्र ही पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन और इंजेक्शन मिलेंगे।

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी आश्वस्त किया कि शासन की ओर से ग्वालियर को सभी तरह की सुविधायें पर्याप्त मात्रा में मिलेंगीं। इसके लिये हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन स्तर से ग्वालियर को और अधिक ऑक्सीजन मिले, इसका मैं विशेष प्रयास करूँगा।

बैठक में समिति के सभी सदस्यों ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बेहतर उपचार के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिये जिला प्रशासन की ओर से हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। सभी व्यवस्थाओं के लिये प्रभारी अधिकारियों के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में दल बनाकर कार्रवाई की जा रही है।