पटना, 15.03.2021: राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल के जवाब में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने बताया कि 127.217 किमी लम्बाई के राष्ट्रीय राजमार्ग-83 के पटना-गया-डोबी खंड का कार्य 2022 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 5,519.907 करोड़ रु. की संशोधित अनुमोदित लागत से नवम्बर/दिसम्बर 2020 में पुनः कार्य प्रारम्भ किया गया है। इसके पहले 2,264.94 करोड़ रु. की स्वीकृत लागत के साथ 2015 में कार्य शुरू किया गया था लेकिन भूमि अधिग्रहण नहीं हो पाने और ठेकेदार के गैर-निष्पादन के कारण कार्य पूरा नहीं किया जा सका।

गडकरी ने बताया कि पटना-गया-डोबी खंड के निर्माण के लिए बिहार सरकार को 707.110 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करानी है। भूमि उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण अभी तक पैकेज-1 में 1.5 प्रतिशत, पैकेज-2 में 2.64 प्रतिशत और पैकेज-3 में 1.73 प्रतिशत काम ही हो पाया है। भूमि की उपलब्धता के बाद नवम्बर/दिसम्बर 2022 तक इस खंड के तीनों पैकेज का कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निर्माण कार्य पूरा करने के लिए भारत सरकार, एनएचएआई और जापान अन्तरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) को धन उपलब्ध कराना है।

मोदी के एक अन्य सवाल के जवाब में केन्द्रीय रसायन व उर्वरक मंत्री डी वी सदानन्द गौडा ने बताया कि बरौनी खाद कारखाना परियोजना की 28 फरवरी, 2021 तक 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इस साल दिसम्बर से इस कारखाने से उत्पादन शुरू होने की संभावना है। 7043.26 करोड़ की लागत से हिन्दुस्तान फर्टिलाइजर एंड केमिक्लस लि. की 480 एकड़ में हिन्दुस्तान उर्वरक व रसायन लि. की ओर से स्थापित किए जा रहे इस कारखाने से प्रतिवर्ष 12.7 लाख मे. टन यूरिया का उत्पादन होगा।