जयपुर, 30 अक्टूबर, 2020: मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि खाद्य पदार्थाें में मिलावट पूरे देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है। राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए एक बार फिर ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान शुरू किया है। यह काम सिर्फ कुछ दिन तक ही सीमित न रहे, पूरी प्राथमिकता के साथ इसे निरन्तर जारी रखा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान की सफलता के लिए गठित राज्य स्तरीय कोर ग्रुप जिलों में की जा रही कार्रवाई तथा अभियान की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करे।
श्री गहलोत गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ तथा कोविड-19 की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्हाेंने कहा कि कोई भी व्यक्ति खाद्य सामग्री में मिलावट की सूचना केन्द्रीयकृत हेल्पलाइन नम्बर-181 तथा जिला स्तर पर जिला कलेक्टर एवं संबंधित अधिकारियों को दे सकता है। उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि हमारी पिछली सरकार के समय मौके पर ही मिलावट की जांच के लिए शुरू की गई मोबाइल लैब का उपयोग इस अभियान में प्रभावी रूप से किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के कुशल प्रबंधन के कारण विगत दिनों में पॉजिटिव केसों की संख्या एवं मृत्यु दर में कमी आई है। इन प्रयासों को लगातार जारी रखा जाए। साथ ही, आगामी दिनों में संक्रमण बढ़ने की आशंका को देखते हुए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत बनाएं। उन्होंने अपील की है कि आतिशबाजी से निकले धुएं के कारण कोविड मरीजों एवं हृदय रोग, श्वास रोग आदि के रोगियों को तकलीफ का सामना करना पड़ता है। ऎसे में, दीवाली के अवसर पर लोग आतिशबाजी से बचें।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा श्री अखिल अरोरा ने बताया कि संभागीय मुख्यालयों के मुख्य कोविड अस्पतालों में आईसीयू सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है। नर्सिंग सुविधाओं को भी बेहतर बनाने के प्रयास कर रहे हैं। आगामी दिनों में कोविड संक्रमण बढ़ने की आशंका को देखते हुए इन्टेंसिव केयर एम्बुलेंस की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। आरयूएचएस अस्पताल में 5 नवम्बर से आईसीयू के 35 और बैड ऑपरेशनल हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के शेष 11 जिलों में भी जल्द ही आरटीपीसीआर टेस्ट लैब शुरू हो जाएंगी। कोविड ट्रीटमेन्ट से सम्बन्धित मार्गदर्शन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों को हर पखवाड़े जिलों में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान के तहत प्रदेशभर में 600 सैम्पल लिए गए हैं। इनमें से 95 की रिपोर्ट भी आ गई है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री भवानी सिंह देथा ने कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन अभियान की प्रगति की जानकारी दी।
सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी ने बताया कि जिलों में जन सम्पर्क विभाग के माध्यम से कोरोना जागरूकता अभियान के तहत लाउड स्पीकर, पोस्टर, स्टीकर, बैनर के साथ ही अन्य गतिविधियों के माध्यम से लोगों को मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है, जिसका सकारात्मक असर हो रहा है।
बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक अपराध श्री एम.एल. लाठर, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।