मुजफ्फरपुर, अप्रैल 27, 2021: बिहार में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। मुजफ्फरपुर में RT-PCR जांच के अचानक बढ़ने से लोगों को समय पर रिपोर्ट नहीं मिल रहा है। इसका मुख्य कारण जांच में जुटे जिला स्वास्थ्य विभाग से लेकर एसकेएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी लैब के बहुत से अधिकारी और कर्मचारी कोरोना के चपेट में आ चुके हैं। इस वजह से भी सैंपल कलेक्शन और रिपोर्ट आने में देरी हो रही है।

हर दिन एसकेएमसीएच में RT-PCR जांच के लिए लगभग 3200 सैंपल आ रहे हैं। जबकि इनमें से 2000-2200 सैंपल की ही जांच हो पा रही है। एसकेएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की माने तो यहां करीब 8 हजार RT-PCR जांच के सैंपल बैकलॉग चल रहे हैं, और जिन सैंपल की जांच हो चुकी हैं उनमें भारी संख्या में पॉजिटिव सैंपल पाए गए हैं।

एसकेएमसीएच में मुजफ्फरपुर और मोतिहारी दोनों जिले की RT-PCR जाँच हो रहीं हैं। इसमें 1600 मुजफ्फरपुर के सैंपल और लगभग इतने ही मोतिहारी के सैंपल जांच के लिए रोज पहुंच रहे हैं।

रिपोर्ट में देरी होने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है क्योंकि लोग कोरोना के लक्षण आने से लेकर रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में नहीं रह रहे हैं। इसका परिणाम यह होता है कि कई लोगों के सम्पर्क में संक्रमित आ चुके होते हैं। कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा हैं। इस स्थिति में कोरोना रिपोर्ट समय से आना बहुत जरूरी है। रिपोर्ट आने में देरी होने से संक्रमितों के इलाज भी देर से शुरू हो रहे हैं। इससे लोगों की स्थिति बहुत तेजी से बिगड़ रही है।

सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने कहा कि बहुत अधिक संख्या में कोरोना जांच चल रहा है। कोशिश यही है कि समय से लोगों को रिपोर्ट मिल जाए। जांच में लगे मेडिकल स्टाफ भी लगातार भारी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं इसलिए लोगों को समय से रिपोर्ट नहीं मिल पा रहा है। इस समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा।