पटना: राज्यसभा में संसद सुशील कुमार मोदी के एक सवाल पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने बताया कि विगत 5 वर्षों 2016-17 से 2020-21 के दौरान बिहार में दानदाताओं से 424  नेत्र (कार्निया) प्राप्त हुआ तथा औसतन प्रतिवर्ष 76 की दर से 380 प्रत्यारोपित किये गए। इसी अवधि में पूरे देश में 290,646 दानदाताओं ने नेत्र (कार्निया) का दान किया और 131,636 का प्रत्यारोपण हुआ।

मंत्री ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में  सर्वाधिक नेत्रदान तमिलनाडु में 47,560, गुजरात मे 33,716 और महाराष्ट्र में 30,405 किया गया जबकि तमिलनाडु में 19,701, महाराष्ट्र में 14,554 और गुजरात में 7,654 कार्निया प्रत्यारोपित किये गए।

पूरे देश में जुलाई, 2021 तक 320 नेत्र बैंक कार्यरत है, जिनमें महाराष्ट्र में सर्वाधिक 74, गुजरात में 25 और तमिलनाडु में 20 हैं। बिहार में अब तक 4 आई बैंक कार्यरत हैं। 

संसद ठप करना विपक्ष की गैरजिम्मेदराना कार्रवाई: सुशील कुमार मोदी 

राज्यसभा में संसद सुशील कुमार मोदी ने संसद नहीं चलने देने का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ा है।  उन्होंने ट्वीटर का सहारा लेते हुए एक के बाद एक ट्वीट किये। 

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “जिस कांग्रेस ने 1975 में आपातकाल लागू कर लोकतंत्र का गला दबाया था, उसी की अगुवाई में कुछ दल आज संसद की कार्यवाही लगातार ठप कर लोकतंत्र का दामन तार-तार कर रहे हैं। संसद विचार-विमर्श का सबसे गरिमापूर्ण मंच है, लेकिन जो लोग यहां नारेबाजी, शोर-शराबा और मंत्री के हाथ से कागज छीनने तक के अमर्यादित आचरण कर रहे हैं, उन्हें देश देख रहा है। संसद ठप करने से अब तक करदाताओं के 133 करोड़ रुपये बरबाद हो चुके हैं।”

उन्होंने लिखा, “सदन की कार्यवाही तय करने से लेकर इसके सुचारु संचालन तक में विपक्ष की बराबर की भागीदारी होती है। राज्यसभा में महँगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए कांग्रेस का प्रस्ताव स्वीकृत है। सरकार जब हर मुद्दे पर जवाब देने के लिए तैयार है, तब बहस के बजाय हंगामा का रास्ता अपनाना विपक्ष की गैरजिम्मेदराना कार्रवाई है। राज्यसभा मानसून सत्र में अपने निर्धारित समय में केवल 21 फीसद चल सकी।”