पटना, अप्रैल 20, 2021: जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेंद्र कुमार शर्मा ने नाइट कर्फ्यू के प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने तथा कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कोषांग के वरीय, नोडल पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबद्ध सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट की तैनाती कर प्रत्येक को 3-4 अस्पतालों की टैगिंग किया है तथा संबंधित मजिस्ट्रेट को उन अस्पतालों की सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग कर मरीजों के इलाज की सुचारू व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। सभी संबंधित मजिस्ट्रेट को उनके कार्य एवं दायित्व से अवगत कराया गया। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता की समीक्षा में पाया गया कि अब अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति निरंतर बेहतर एवं सामान्य होती जा रही है।  एक दिन में 5358 सिलिंडर की आपूर्ति अस्पतालों में की गई है। साथ ही तीनों उत्पादन इकाई को आज एक एक टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है जिससे उत्पादन में वृद्धि हुई है।

उन्होने प्लांट  को लगातार चालू रखने एवं तीन पाली में कर्मियों की ड्यूटी लगाने को कहा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के पॉजिटिव केस पर भी ध्यान देने तथा कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्देश दिया। साथ ही अनुमंडल स्तर पर क्वॉरेंटाइन कैंप विकसित कर पूरी तैयारी करने को कहा। उन्होंने बाहर से आने वाले लोगों की सूची बनाने तथा टेस्टिंग करने को कहा उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को नाइट कर्फ्यू के तहत प्रदत्त दिशा निर्देश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। इसके लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष को क्षेत्र में भ्रमणशील होकर सरकारी आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराने को कहा गया।

इस क्रम में जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को संध्या 6:00 बजे तक अपने अपने क्षेत्र की दुकानों को बंद कराने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर बैरियर, ट्रॉली, ड्रॉप गेट लगाने तथा पुलिस फोर्स की तैनाती कर लोगों के अनावश्यक आवाजाही पर रोक लगाने का निर्देश दिया। साथ ही आवश्यक सेवाओं का भी ध्यान रखने को कहा।

नाइट कर्फ्यू संबंधी आदेश तथा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराने हेतु आम लोगों के बीच प्रचार प्रसार करने पर बल दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पीएचसी, सीएचसी एवं रेफरल अस्पताल के तहत एक-एक प्रचार वाहन चलाने का निर्देश दिया ताकि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी जागरुक एवं प्रेरित किया जा सकें।

जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी  होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की आशा के माध्यम से मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों पर भी नजर रखी जा सके तथा समुचित इलाज किया जा सके। अगर आशा उपलब्ध नहीं है तो सेविका के माध्यम से होम क्वॉरेंटाइन में रहने वाले लोगों की मानिटरिंग करने को कहा। उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों का आशा के माध्यम से 10 दिनों तक मॉनिटर करने तथा उसके टेंपरेचर, ऑक्सीजन लेवल ,मेडिसिन, टेस्टिंग , एवं स्टीकर लगाने  संबंधी बिंदुओं की निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रखंडवार रिपोर्ट तैयार कर पंचायतवार, गांववार आशा के माध्यम से मॉनिटरिंग करने को कहा।

इसके लिए संबंधित गांव में पॉजिटिव केस की संख्या, रिकवरी किए हुए व्यक्तियों की संख्या, एक्टिव केस की संख्या संबंधी डाटा तैयार करने तथा प्रतिदिन निगरानी रखने का निर्देश दिया ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों पर भी समुचित नजर रखी जा सके। उन्होंने आवश्यकतानुसार कंटेनमेंट जोन बनाने कांटेक्ट ट्रेसिंग करने तथा मेडिकल किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को आइसोलेशन सेंटर को सक्रिय एवं कार्यशील बनाने का निर्देश दिया। साथ ही बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने हेतु पंचायतवार डाटा तैयार करने तथा उनके कार्य की विशिष्टता, उपलब्ध संसाधन के अनुरूप रोजगार की व्यवस्था हेतु मनरेगा, पीएचईडी, पंचायत, उद्योग के तहत अभियान चलाकर  स्कीम चलाने का निर्देश दिया।

बैठक में उप विकास आयुक्त रिची पांडेय, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था के के सिंह, अपर समाहर्ता राजस्व राजीव श्रीवास्तव, अपर समाहर्ता विशेष अरुण कुमार झा सहित सभी कोषांग के वरीय, नोडल पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी संबद्ध थे।