कानपुर, 14 मई, 2021: रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात और छत्तीसगढ़ में कोरोना का पीक आ चूका है। अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण का आंकड़ा नीचे आता दिख रहा है। लेकिन कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में अभी कोरोना का पीक आना बाकी है, इसलिए सावधानी जरूरी है। सबसे ज्यादा खतरा अभी केरल, बिहार, झरखण्ड,राजस्थान, हरियाणा और तेलंगाना में है जहां कोरोना संक्रमण का आंकड़ा फ्लक्चुएट हो रहा है, लगातार कोरोना संक्रमण में उतार-चढ़ाव हो रहा है।

यह रिपोर्ट आईआईटी के प्रो महेन्द्र कुमार वर्मा और राजेश रंजन ने दी है। उन्होंने इस रिपोर्ट को स्वास्थ्य मंत्रालय भी भेजा है।

प्रो महेन्द्र कुमार वर्मा ने कोरोना के दूसरे लहर में आए प्रतिदिन आए आंकड़ो के आधार पर “द सस्पिटेबल इंफेक्टेड रेजिस्टेंट” मॉडल तैयार किया है। इसके आधार पर केसों के बढ़ने और घटने की संख्या का आकलन किया जा सकता है। उन्होंने हर प्रदेश की अलग-अलग रिपोर्ट तैयार की है। प्रो वर्मा ने अपनी रिपोर्ट में प्रदेश के हिसाब से टीपीआर (नंबर ऑफ पॉजिटिव केसेस पर 100 टेस्ट) और सीएफआर (द परसेंटेज ऑफ डेथ पर 100 केस) का भी आकलन किया है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में टीपीआर और सीएफआर दोनों अधिक है। उन्होंने 8 मई तक के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय को रिपोर्ट भेजा है।महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, दिल्ली जैसे राज्यों में पीक आ चुका है वही केरल, झारखण्ड, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, तेलंगाना जैसे प्रदेशो में लगातार मामलों में उतार चढ़ाव हो रहा है। जबकी कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में पीक आना अभी भी बाकी है।