हाजीपुर: पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने यात्री सुविधा, संरक्षा एवं निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करना हमारी प्राथमिकता पर जोर दिया है।

महाप्रबंधक ने विभागाध्यक्षों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सभी महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करते हुए उसपर विस्तृत रूप से विचार-विमर्ष किया गया। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक का पदभार ग्रहण करने के बाद उच्चाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली बैठक थी। इस क्रम में सभी प्रमुख विभागाध्यक्षों ने अपने-अपने विभाग की उपलब्धियों एवं किये जा रहे कार्यों की जानकारी तथा निर्धारित लक्ष्य से महाप्रबंधक को जानकारी दी। जोन के  पांचों मंडल सोनपुर, समस्तीपुर, दानापुर, धनबाद एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय के मंडल रेल प्रबंधक भी विडियो कॉन्फ़्रेनेसिंग में शामिल थे।

महाप्रबंधक ने कहा कि हमें माल ढुलाई में और अधिक बढ़ोत्तरी पर विषेष ध्यान देना होगा। इस क्रम में उन्होंने माल ढुलाई में और वृद्धि के लिए विजनेष डेवलपमेंट यूनिट (वीडीयू) को इस दिशा में तीव्र गति से प्रयास करने पर बल दिया। महाप्रबंधक ने कहा कि वर्ष 2021-22 में पूर्व मध्य रेल का 164.97 मिलियन टन माल लदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए। विदित हो कि वर्ष 2020-21 में पूर्व मध्य रेल द्वारा 140.17 मिलियन टन माल लदान किया गया था।

अनुपम शर्मा ने पूर्व मध्य रेल में चल रही निर्माण परियोजनाओं की क्लोज माॅनिटरिंग करते हुए उसे निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने पर बल दिया। यात्रियों को तीव्र रेल परिवहन की सुविधा मुहैया कराते हुए पूर्व मध्य रेल द्वारा धनबाद-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जं. ग्रैंडकाॅर्ड रेलखंड पर मार्च, 2024 तक 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। हाजीपुर-बछवारा, दरभंगा-समस्तीपुर, सगौली-बाल्मिकीनगर, कटरिया-कुरसेला दोहरीकरण सहित कई महत्वपूर्ण निर्माण परियोजनाओं पर कार्य तीव्र गति से जारी है।

संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अनुपम शर्मा ने कहा कि संरक्षित रेल परिचालन संरक्षा नियमों के पालन पर ही निर्भर है। संरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिये। उन्होंने ट्रेनों का समय-पालन पर विशेष ध्यान देने को कहा।