नई दिल्ली, अप्रैल 28, 2021: कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस समय चल रही स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि ये समस्या कम नहीं होगी। सोमवार को साढ़े तीन लाख से अधिक नए केस सामने आए हैं। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को यह निर्देश दिया कि वे कोरोना संक्रमितों के उपचार की जरूरतों को पूरा करें और साथ ही साथ एक महीने की स्थिति का अंदाजा लगाते हुए जरूरी संसाधन तैयारी रखें।

राज्यों के लिए केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा यह गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें मुख्य रूप से इस बात पर जोर दिया गया है कि जिस भी इलाके या जिले में संक्रमण दर 10 परसेंट से ज्यादा है, वहां कोरोना के रोकथाम के लिये जरूरी कदम उठाए जाएं। इसी एडवाइजरी में राज्यों से कहा गया है कि वे मौजूदा मरीजों के लिये बेहतर उपचार का प्रबंध करें साथ ही अगले एक महीने की स्थिति के लिए पहले से ही प्रबंध कर ले इसमें ऑक्सीजन युक्त बेड, आईसीयू बेड, एम्बुलेंस, अस्पताल आदि शामिल हैं। साथ ही राज्यों को क्वारंटीन सुविधाएं भी विकसित करने को कहा गया है। अस्थायी अस्पताल बनाएं राज्यों से कहा गया है कि वे अपने यहां उपलब्ध सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का इस्तेमाल सुनिश्चित करें।

सख्त कदम उठाने का सुझाव

राज्यों से कहा गया है कि वह कोरोना के नियमो का पालन करने के लिए सख्त कदम उठाएं। स्थिति के हिसाब से छोटे या बड़े कांटेनमेंट जोन बनाएं और कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए उसमें से कम से कम 14 दिनों के लिए रोक लगा दे। मंत्रालय ने कहा है कि लोग कोरोना कि डर से अस्पताल के बेड पर कब्ज़ा जमाए देखे गये है जिससे जरूरतमंद मरीजों को बेड मिलने में दिक्कत आ रही है।