धार, 29 मई 2021: जिले के कोविड प्रभारी मंत्री तथा प्रदेश के औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने आज विधायक नीना विक्रम वर्मा व कलेक्टर आलोक कुमार सिंह के साथ जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। मंत्री श्री दत्तीगांव ने बच्चों के लिए बनाए गए कोविड केयर सेंटर का अवलोकन किया।उन्होंने यहां मुहैया कराई जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं और इक्यूपमेंट्स की जानकारी वहां उपस्थित डॉक्टर्स से ली। सिविल सर्जन डॉ गवली ने बताया कि नियोनेटल पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट बनने के कारण इससे संबंधित बच्चों को हायर सेंटर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए शासन-प्रशासन ने इंतजाम शुरू कर दिए हैं। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बाल रोग विशेषज्ञों सहित एक अलग से टीम बना कर इसके पर्यवेक्षण एवं प्रभावी संचालन की व्यवस्था की गई है। हॉस्पिटल के मुख्य भवन से अलग नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट की क्षमता आठ बिस्तरों की होगी। बच्चों के आईसीयू व पीआईसीयू में आवश्यक उपकरण भी इंस्टाल किए गए हैं।उसमें ऑक्सीजन युक्त बेड, हाई फ्लो ऑक्सीजन बेड शामिल हैं। मंत्री श्री दत्तीगांव ने निर्देश दिए कि बच्चों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ उनके मनोरंजन का भी वार्ड में इंतजाम किया जाए,रंगीन चादर,कार्टून केरेक्टर के स्टीकर्स से दीवारे सजाई जाएं ताकि बच्चे मानसिक रूप से भी अच्छा महसूस कर सकें।
पोस्ट कोविड वार्ड का अवलोकन
मंत्री श्री दत्तीगांव ने जिला अस्पताल में बने पोस्ट कोविड वार्ड का अवलोकन किया।कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद बीमार पड़ने वाले मरीजों के लिए जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड वार्ड बनाया गया है। 20 बेड के ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ अनुसूईया गवली के मुताबिक कोरोना से ठीक होने वाले मरीज जिन्हें अत्यधिक थकान एवं सुस्ती, सांस लेने में कठिनाई, घबराहट के लक्षण, तनाव, अवसाद, जोड़ों में दर्द जैसे अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक लक्षण होंगे उन्हें भर्ती किया जाएगा। इसके साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के लक्षण वालों को भी भर्ती किया जाएगा।
निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट का अवलोकन
मंत्री श्री दत्तिगांव ने कोविड मरीजों के लिए जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के प्रबंधों के साथ निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट का अवलोकन किया। उन्होने आक्सीजन आपूर्ति के लिए यहां की गई केन्द्रीयकृत व्यवस्था को देखा। बताया गया कि एक बार में एक जगह से 15 सिलेंडरों से आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 45 आक्सीजन सिलेंडर स्टेण्डबाई रखे गए है।पीथमपुर की प्रेक्स एयर कंपनी और जिला प्रशासन के बीच इस बारे में अनुबंध भी किया गया है। डॉ गवली ने कहा कि आक्सीजन प्लांट के पूरा होने पर यहां से 300 बिस्तरों में सप्लाई की व्यवस्था से निश्चित ही मरीजों के लिए राहत की बात होगी। यूनिट के कार्यरत रहने से आक्सीजन फ्लो कंटीन्यूस रहेगा।उन्होने जिला अस्पताल में स्थापित होने वाली सिटी स्केन मशीन के रख रखाव की जगह व अंतिम चरण में चल रहे कार्यो को देखा।
मंत्री श्री दत्तिगांव ने कहा कि बच्चों के लिए वार्ड बहुत इम्पॉर्टेंट है।बच्चों के लिए ट्रीटमेंट बहुत अलग है, बड़ों के लिए जैसे बड़ा वेंटिलेटर चाहिए बच्चों के लिए बबलसीपेप चाहिए। दूसरी फैसिलिटी भी चाहिए।मंत्री श्री दत्तीगांव ने लोगों से कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए कोरोना गाइड लाइन का पालन करने और वैक्सीनेशन कराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में कोरोना को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं, जिसका सभी को पालन करना चाहिए।उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ने सभी लोग मास्क का उपयोग करें, सेनेटाईजेशन करें और कोविड गाईड लाईन का पूर्ण रूप से पालन करें। आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें।इस दौरान कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जिले में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के प्रकरणों में कमी आ रही है।