पुणे, २०/०८/२०२२: “उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ‘आजादी का अमृतमहोत्सव’ के अवसर पर मुंबई से निकली ‘आईसीएआई एमएसएमई यात्रा’ को उद्योगनगरी पिंपरी-चिंचवड़ में अच्छा प्रतिसाद मिला। दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) द्वारा यह यात्रा ७५ दिन ७५ शहरों में जाकर ७५ कार्यक्रम करनेवाली है. जिसमे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों और संबंधित नियमों और योजनाओं के बारे में जागरूकता की जाएगी,” ऐसी जानकारी आईसीएआई पुणे ब्रांच के वाइस चेयरमैन सीए राजेश अग्रवाल और पिंपरी ब्रांच के वाइस चेयरमैन सचिन बंसल ने पत्रकारों से बात करते हुए दी।

इस आईसीएआई एमएसएमई यात्रा का शुक्रवार को पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ क्षेत्रों में स्वागत किया गया। इस अवसर पर ‘आईसीएआई’ पुणे और पिंपरी ब्रांच के अधिकारी सीए प्रितेश मुनोत, सीए अमृता कुलकर्णी, सीए हृषीकेश बडवे, सीए सचिन मिनियार, सीए मौसमी शहा, एमएसएमई समिति के सचिव डॉ. संबीत मिश्रा, उद्योग विभाग के संयुक्त संचालक अभय दफ्तरदार, लघु उद्योग भारती के रवींद्र सोनवणे, एमसीसीआई के वाइस चेयरमैन दीपक करंदीकर, सिडबी के उप महाप्रबंधक मनीष कुमार, सीए महेश्वर मराठे, सीए संतोष दोषी, सीए श्रीकांत दंडवते, सीए रवींद्र कामात इनके साथ ही उद्योगों से जुड़े विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

सीए राजेश अग्रवाल ने कहा, “चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) उद्योग के विभिन्न घटकों और MSMEs के बीच एक कड़ी के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सीए उनकी जरूरतों को तुरंत प्रतिसाद देता है। एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के प्रतिनिधियों, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के प्रतिनिधियों, राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) के प्रतिनिधियों, बैंक अधिकारियों, जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों और चार्टर्ड एकाउंटेंट आदि ने दिन भर हुए कार्यक्रम के दौरान मार्गदर्शन किया।”

एमएसएमई और सिडबी की योजनाओं को पहुंचाने का काम इसी माध्यम से किया जा रहा है। साथ ही लोग अभी भी ‘उद्यम आधार’ के लाभों से अवगत नहीं हैं। इसके प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। आपके पास उद्यम आधार होने पर आपके बिजनेस की रिकवरी जल्द से जल्द की जा सकती है। बंसल ने कहा कि इस यात्रा का मकसद इसका प्रचार-प्रसार करना भी है। अमृता कुलकर्णी, मनीष कुमार ने यात्रा, सीए और सिडबी योजना की भूमिका के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन सीए अमृता कुलकर्णी ने किया।