पटना,10 मई 2021: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने निजी मेडिकल संस्थानों, कंपनियों एवं गैर सरकारी संगठनों से आह्वान किया है कि वे टेस्टिंग, ट्रीटमेंट एवं मेडिसिन सहित अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अपने स्तर पर आगे आएं । उन्हें सरकारी स्तर पर भी मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के विभिन्न राज्यों में स्थित निजी मेडिकल संस्थान, गैर सरकारी संगठनों एवं कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश कोरोना के विरुद्ध जंग लड़ रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में निजी मेडिकल संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों एवं कंपनियों का सहयोग मिल रहा है। उसकी गति और तेज करनी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि बिहार सहित अन्य राज्य जो अधिक प्रभावित हैं। दूसरे प्रांतों में स्थित निजी मेडिकल संस्थानों के विशेषज्ञ वेंटिलेटर इंस्टॉलमेंट आईसीयू बेड एवं अन्य चिकित्सीय उपकरणों के संबंध में जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं। उसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मदद भी कर सकते हैं। कम समय में वेंटिलेटर ऑपरेट करने के तकनीकी जानकारों को तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं जिससे बड़ी संख्या में प्रशासन को भी लाभ मिलेगा।

अश्विनी चौबे ने तीसरे फेज में आने वाले लहर के रोकथाम के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव देने का आग्रह किया। संवाद में दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, कर्नाटक एवं अन्य राज्यों से 100 से अधिक निजी मेडिकल संस्थान, गैर सरकारी संगठन एवं कंपनी के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने सीएसआर द्वारा हर संभव मदद का आव्हान किया चाहे वेंटिलेटर हो या आक्सिजन सिलिंडर या आक्सिजन कंसंट्रेटर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करना हो।उन्होंने कहा कि सभी अपना प्रपोजल यथाशीघ्र दे, ताकि उनका सहयोग लिया जा सके। निजी मेडिकल कॉलेज अपने डॉक्टरों को सरकार और जब भी कोविड रोगियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों के प्रबंधन के लिए आवश्यक हो, उपलब्ध कराएं। इसके लिए एक प्रस्ताव संयुक्त रूप से तैयार किया जा सकता है और इसे प्रस्तुत किया जा सकता है।