जयपुर, 6 जुलाई। प्रदेश के विभिन्न विद्यालय स्तरीय राजकीय छात्रावासों में विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए उनको विशेषज्ञ अनुभवी गेस्ट फैकल्टी के माध्यम से कठिन विषयों की कोचिंग दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इसके लिए विद्या संबल योजना के तहत गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयों के विशेषज्ञ व्यक्तियों की सेवाएं लेने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है।
श्री गहलोत ने राज्य बजट 2021-22 में विद्या संबल योजना लागू करने की घोषणा की थी। इसकी क्रियान्विति के क्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रावासों में रह रहे छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक विकास के लिए गेस्ट फैकल्टी के माध्यम से कोचिंग सुविधा का लाभ देने के लिए 5 करोड़ 7.75 लाख रुपये अतिरिक्त बजट प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है।
प्रस्ताव के अनुसार, राजकीय छात्रावासों में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए एक शैक्षणिक सत्र में अधिकतम 3 माह के लिए गणित विज्ञान एवं अंगे्रजी विषयों की कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए मानदेय के रूप में प्रति फैकल्टी 25 हजार रुपये की दर से प्रति छात्रावास 75 हजार रुपये की राशि व्यय होगी।
उल्लेखनीय है कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा प्रदेश में 677 विद्यालय स्तरीय छात्रावास संचालित है, जिनमें 31,667 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इन छात्रावासों में अध्ययनरत अधिकांश विद्यार्थी ग्रामीण परिवेश के होने के कारण गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयों में कमजोर होते हैं। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से इन विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर और मुश्किल विषयों के परीक्षा परिणाम में सुधार होगा।