पुणे: दिनांक 29 दिसंबर 2021 के अपराह्न, रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (अफसर) कार्यालय, पुणे में राजभाषा हिंदी  कार्यशाला का आयोजन किया गया। डॉ. राजीव चव्हाण, भारलेसे, एनडीसी, प्रधान नियंत्रक के कुशल नेतृत्व एवं अध्यक्षता में प्रशिक्षण एवं विकास सप्ताह मनाने के तहत उक्त अर्धदिवसीय कार्यशाला में नवनियुक्त लेखा परीक्षकों एवं अनुभवी अधिकारियों को शामिल कर इसे संवादात्मक एवं सहभागितापूर्ण बनाने का पुरजोर  प्रयास किया गया। उक्त कार्यशाला का सफल संचालन प्रधान नियंत्रक कार्यालय दक्षिणी  कमान के सहायक निदेशक(राभा) डॉ. अनिल कुडिया के हस्ते किया गया ।  दो सत्रों के इस विशेष राजभाषा कार्यशाला  के आयोजन के दौरान  डॉ. अनिल कुडिया ने राजभाषा हिंदी संबंधी नियम 1976 तथा विभिन्न समितियों  के बारे में उपस्थित प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। तीसरे सत्र में “खुला मंच” के तहत प्रतिभागियों ने राजभाषा हिंदी से संबन्धित प्रश्न पूछे जिसे अनुभवी संकाय ने सरल एवं सहज अंदाज में जवाब दिए।

उक्त कार्यशाला की शुरुआत श्री एस एम सोनकुसरे, भारलेसे, संयुक्त नियंत्रक द्वारा डॉ. अनिल कुडिया, सहायक निदेशक को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर की गई। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संयुक्त नियंत्रक महोदय ने प्रतिभागियों को बताया कि हिन्दी  शासकीय प्रयोजन की मुख्य भाषा है तथा इसका संविधान के खंड 17 में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है। तदनुसार भारत सरकार, गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा समय समय पर इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निर्देश जारी किए जाते हैं। अपना अधिकाधिक कार्यालयीन कार्य हिन्दी में करने का हम सब का संवैधानिक दायित्व और नैतिक कर्तव्य है। हिन्दी में काम करने की झिझक को दूर करने हेतु हर तिमाही में हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। उन्होने विश्वास व्यक्त किए कि इस प्रकार के राजभाषा कार्यशाला के आयोजन से प्रतिभागियों में आत्मविश्वास का संचार होता है और राजभाषा हिन्दी के प्रचार प्रसार को गति प्राप्त होगी।

उक्त अवसर पर श्रीमती ज्यूली सावंत, भारलेसे, सहायक नियंत्रक ने धन्यवाद ज्ञापित किए। अपने धन्यवाद ज्ञापन में श्रीमती सावंत ने संकाय डॉ. अनिल कुडिया, सहायक निदेशक (राभा) को कार्यशाला के सफल संचालन हेतु धन्यवाद व्यक्त किए तथा प्रतिभागियों, राजभाषा अनुभाग के अधिकारियों एवं प्रशासन अनुभाग के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किए।

कार्यशाला का आयोजन कोविड महामारी से बचाव संबंधी भारत सरकार के प्रोटोकॉल का पूर्ण रूप से पालन करते हुए किया गया। आयोजन स्थल पर हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराकर उचित दूरी बनाए रखते हुए स्वस्थ वातावरण में यह आयोजन सम्पन्न हुआ। कार्यशाला का  संचालन श्री बीरेन्द्र साह, कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी ने किया। पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में  श्रीमती शोभा कश्यप, वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी, श्री पद्मनाभ पाठक,लेखा अधिकारी श्री कैलाश कुमार सिंह, सहायक लेखा अधिकारी एवं  श्री प्रणय ढोके, लेखा परीक्षक का सराहनीय  योगदान रहा।