भुवनेश्वर, 26 जून 2021: ओडिशा के कालाहांडी जिले के सरकारी अस्पताल द्वारा कथित तौर पर कोई एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण अपनी पत्नी के शव को 10 किमी तक कंधों पर ले जाने वाले दाना मांझी की बेटी चांदनी मांझी ने अच्छे नम्बरों के साथ 10वीं की परीक्षा पास कर गयी है।

चांदनी भुवनेश्वर के Kalinga Institute of Social Sciences (KISS) द्वारा चलाए जा रहे एक आदिवासी स्कूल की छात्रा है। उसने 600 में 280 अंक हासिल किये हैं। उसकी दो छोटी बहनें भी स्कूल में पढ़ रही हैं। जिले के थुआमुल-रामपुर प्रखंड के मेलाघर गांव के दाना मांझी ने 2016 में अपनी पत्नी के शव को कंधे पर रख कर लेकर 10 किलोमीटर पैदल चला था। इस दौरान चांदनी भी उनके साथ थी।

इस घटना के प्रकाश में आने बाद केआईएसएस संस्थापक डॉ अचुत्या सामंत ने उनकी गरीबी को देखते हुए स्कूल में मांझी की तीनो बेटियों का दाखिला लिया था।

सामंत ने कहा, “केआईएसएस का परिणाम 100 प्रतिशत रहा है, जबकि राज्य में पास होने वाले छात्रों प्रतिशत 97.89 प्रतिशत रहा है। परीक्षा में संस्थान के 1,900 छात्र शामिल हुए थे। गजपति जिले से सौरा जनजाति के मोहन चरण रायता अव्वल रहे उसने 540 अंक प्राप्त किये।