डिंडोरी, 21 मई 2021: मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश विशेषकर इंदौर संभाग में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार हो रहा है। स्थिति तेजी से नियंत्रित एवं सामान्य हो रही है। अगले दस दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने इन दस दिनों में विशेष सावधानी एवं सतर्कता रखते हुए जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करने का आग्रह आमजन से किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के उपचार के लिये पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। दवाइयों, इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये भी लगातार प्रयास हो रहे हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री जी से भी चर्चा की गई है।

 मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस तथा अन्य बीमारियों के इलाज के लिये हर जिले में पोस्ट कोविड सेंटर की स्थापना की जाएगी। प्रदेश में पात्र परिवारों के ब्लैक फंगस मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। कोरोना से निपटने के लिये क्षेत्रवार रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने इंदौर संभाग विशेषकर इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिये हो रहे प्रयासों, प्रबंधन तथा नवाचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इंदौर संभाग तथा इंदौर जिला कोरोना से मुक्ति में प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभाएगा।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इंदौर में संभाग स्तरीय कोविड नियंत्रण की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना पॉजिटिव पेशेन्ट्स, पॉजिटिविटी रेट, मृत्यु दर, कन्टेनमेंट एरिया, कोविड सेंपल कलेक्शन एवं टेस्टिंग, आयुष्मान योजना की प्रगति, योजना में लाभांवित कोविड पेशेंट्स, अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर्स में बेड प्रबंधन, ऑक्सीजन की उपलब्धता, ब्लैक फंगस के उपचार तथा पोस्ट कोविड ओपीडी संचालन की स्थिति, कोविड टीकाकरण अभियान आदि की जिलेवार समीक्षा की।
इंदौर प्रदेश में अग्रणी भूमिका में

   मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संभाग के सभी जिलों में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे प्रयासों एवं प्रबंधन पर संतोष जताया। उन्होंने इन्दौर संभाग विशेषकर इन्दौर जिले में हो रहे कार्यों और नवाचारों को अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहा कि इन्दौर में जिस विपरीत तथा चुनौतीपूर्ण स्थिति में कार्य किये गये, वह सराहनीय है। यहाँ एकजुटता से प्रयास हो रहे हैं। अगर इसी तरह से एकजुटता से संकल्पबद्ध कार्य होते रहे तो निश्चित ही कोरोना की जंग शीघ्र जीतेंगे। उन्होंने कहा कि इन्दौर संभाग एवं इंदौर जिला कोरोना नियंत्रण एवं प्रबंधन के क्षेत्र के प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभायेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि इन्दौर दूसरे चरण में भी कोरोना की जंग जीतने वाला प्रदेश का पहला जिला एवं संभाग बनेगा।
क्षेत्रवार रणनीति बनेगी

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिये अब कॉलोनी, मोहल्ले, ग्राम पंचायत तथा क्षेत्रवार रणनीति तैयार की जाये। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की अलग स्थिति होती है। क्षेत्रवार रणनीति बनाने में क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन समिति का सहयोग भी लिया जाये। क्षेत्रवार रणनीति बनने से जनता कर्फ्यू के पालन तथा इसमें दी जाने वाली छूट में मदद मिलेगी।
ब्लैक फंगस का होगा नि:शुल्क इलाज

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी चिन्ता का विषय है। समय रहते इसकी पहचान हो जाये तो इसके उपचार में मदद मिलती है। इसके लिये उन्होंने कोरोना मरीजों की एंडोस्कोपी जाँच करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इससे मरीजों की शुरूआती स्तर पर ही पहचान होगी तथा इलाज में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी पात्र मरीजों का ब्लैक फंगस का नि:शुल्क इलाज किया जायेगा।
हर जिले में बनेंगे पोस्ट कोविड सेंटर

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस तथा कोरोना के दुष्प्रभाव से उत्पन्न बीमारियों के इलाज के लिये हर जिलों में पोस्ट कोविड सेंटर स्थापित किये जाएंगे। इन सेंटर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन सेंटर में ब्लैक फंगस के साथ ही खून के थक्के जमने, कोरोना के इलाज के दौरान दी गई दवाइयों से उत्पन्न दुष्प्रभावों के इलाज आदि के कार्य किये जाएंगे। ब्लैक फंगस का प्रभावी रूप से इलाज होगा। इसके इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। प्रदेश में ब्लैक फंगस के इलाज में लगने वाली दवाईयों और इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी जी और संबंधित अन्य केन्द्रीय मंत्रियों से भी चर्चा की गई है।

 बैठक में बताया गया कि ब्लैक फंगस बीमारी के उपचार हेतु इंदौर के एमवाय अस्पताल में 120 बेड का एक विशेष वार्ड प्रारंभ किया गया है। संभाग के सभी जिलों में पोस्ट कोविड ओपीडी आरंभ की गई है। ब्लैक फंगस बीमारी का कारण जानने हेतु डॉक्टरों की तकनीकी समिति गठित की गई है।
अगले दस दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी के एकजुट प्रयासों से इंदौर संभाग और प्रदेश कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने और स्थिति को सामान्य बनाने की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। प्रदेश में रिकवरी रेट बेहतर हो रहा है। पॉजिटिविटी रेट भी कम हो रहा है। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। उन्होंने कहा कि अगले दस दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। इन दस दिनों में विशेष सावधानी एवं सतर्कता रखते हुए ऐसे प्रयास करें कि जनता कर्फ्यू से बाहर आ जायें। ढिलाई बिल्कुल नहीं बरतें। इस दौरान जनता कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जाये। सोशल डिस्टेंसिंग रखें, मास्क लगायें। कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दें।

 बताया गया कि संभाग के अनेक जिले कोरोना मुक्ति की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इनमें बुरहानपुर, खण्डवा, अलीराजपुर, झाबुआ तथा बड़वानी शामिल है। अन्य जिलों में भी स्थिति नियंत्रित और तेजी से सामान्य हो रही है।
इंदौर संभाग में 56 ऑक्सीजन प्लांट

 संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि संभाग में शासकीय तथा प्रायवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन के लिये आत्म-निर्भर बनाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। संभाग में 56 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी है। इसमें से अब तक सात प्लांट शुरू हो चुके हैं। शेष का निर्माण अगले दो माह में पूरा हो जायेगा।

    कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कोरोना के नियंत्रण के लिये जिले में किये गये कार्यों और नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत से जिला स्तर तक आपदा प्रबंधन समितियों का गठन हो गया है। इन समितियों का बेहतर सहयोग मिल रहा है।

समीक्षा में जल संसाधन मंत्री तथा इंदौर जिले के प्रभारी श्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक, जन-प्रतिनिधि और जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्ययों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।