जमशेदपुर,10 मई, 2021: कोरोना की दूसरी लहर में स्थिति ऐसी है कि तीन से छह महीने तक के बच्चे भी इस महामारी के संक्रमण की चपेट में आ रहे है। जो कोरोना की पहली लहर में नहीं था।

चिकित्सको के अनुसार इसमें कुछ विशेष लक्षण पर ध्यान देने की जरूरत है। जो बच्चे जांच के बाद संक्रमित पाए गये हैं उनमें पतला शौच होने और पेट में दर्द होने की लक्षण सामने पाए गए हैं। इसलिए अगर बच्चे में इस तरह की परेशानी हो तो उनकी कोरोना जांच आवश्य कराएं।

नवजात बच्चे के जन्म के बाद उसे देखने बहुत से लोग आते हैं। इसमें कौन संक्रमित है कौन नहीं इसका पता नहीं चल पता है। इसके अलावा माता-पिता या परिवार में कोई और सदस्य संक्रमित होता है तो बच्चे उससे संक्रमित हो जाते हैं।

चिकित्साको के अनुसार छोटे बच्चे में अच्छी बात यह देखने को मिल रही है कि वे छह दिनों में भी ठीक होते दिख रहे हैं। इस बात से थोड़ी राहत है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अखौरी मिंटू सिन्हा की माने तो कई ऐसे बच्चे आ रहे हैं  जो तीन से छह महीने के ही हैं और उनकी जांच करने पर वे कोरोना संक्रमित पाए गये हैं। उनमें मुख्य लक्षण पतला शौच और पेट दर्द था। लेकिन राहत की बात यह है कि छह दिन में ही वे संक्रमण मुक्त होते दिख रहे हैं।