हरियाणा, मई 12, 2021

  • चंडीगढ़, 12 मई – हरियाणा के गाँवों में हाल ही में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए,  मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सभी उपायुक्तों को अगले दो दिन के अंदर हर जिले में 50 या इससे अधिक गाँवों (यदि हॉटस्पॉट हैं) में विलेज आइसोलेशन सेंटर स्थापित करने और कार्रवाई रिपोर्ट महानिदेशक, विकास एवं पंचायत के कार्यालय को ईमेल आईडी dir.dp.drd@gmail.com पर भेजने के निर्देश दिए हैं।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक कोविड मरीज को उचित उपचार मुहैया करवाने के लिए सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं।
  • श्री मनोहर लाल ने कहा कि उपायुक्तों द्वारा जिले के हॉटस्पॉट में प्राथमिकता आधार पर विलेज आइसोलेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इसके लिए नोडल अधिकारी होंगे तथा डीडीपीओ और बीडीपीओ इन आइसोलेशन सेंटर को स्थापित करने में उपायुक्तों की सहायता करेंगे। इसके अलावा, विलेज आइसोलेशन सेंटर की स्थापना और पर्यवेक्षण के लिए ग्राम सचिवों की सेवाओं का इस्तेमाल भी किया जाएगा। साथ ही, इस उद्देश्य के लिए ग्राम स्तरीय स्वयंसेवकों की सेवाओं का भी यथोचित ढंग से उपयोग किया जाएगा।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम सचिवों और बीडीपीओ द्वारा स्थापित स्थानीय ग्राम समितियां इन आइसोलेशन सेंटर का दैनिक सुपरविजन करेंगी। गांवों में आइसोलेशन सेंटर स्थापित करने के लिए जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी समग्र नोडल अधिकारी होंगे और वे इस संबंध में दैनिक रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजेंगे।
  • श्री मनोहर लाल ने बताया कि जिला परिषद के सीईओ, डीडीपीओ और बीडीपीओ द्वारा सीएमओ और उपायुक्त के परामर्श से, पहले चरण में 50 हॉट-स्पॉट गांवों की पहचान की जाएगी। उन्होंने कहा कि शौचालय और बिजली की सुविधा वाले भवनों जैसे-स्कूल, पंचायत घर या सामुदायिक केंद्र, को विलेज आइसोलेशन सेंटर में तब्दील किया जा सकता है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि आइसोलेशन सेंटर में बेड, ट्रिपल लेयर्ड मास्क और बोतल डिस्पेंसर के साथ हैंड सैनिटाइजर व स्टीमर तथा समुदाय से या हायर बेसिस पर मरीजों के लिए खानपान सुविधा होनी चाहिए। इन आइसोलेशन सेंटर और इनके शौचालयों की साफ-सफाई तथा सैनिटाइजेशन का काम नियमित अंतराल पर किया जाना चाहिए।
  • श्री मनोहर लाल ने आगे कहा कि इन विलेज आइसोलेशन सेंटर में आवश्यक दवाएं और चिकित्सा उपकरण स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुहैया करवाए जाएंगे तथा स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों की निगरानी करेंगे और गंभीर मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित करेंगे।