रायपुर, 18 जून, 2021: छत्तीसगढ़ के रायपुर में योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कोरोना के इलाज में दी जा रहीं एलोपैथिक दवाओं को लेकर गलत टिप्पणी करने के आरोप में उन पर यह मामला दर्ज किया गया है। गुरुवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबा रामदेव के खिलाफ बुधवार रात को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की छत्तीसगढ़ यूनिट ने एफआईआर दर्ज कराई है। रायपुर के एसएसपी अजय यादव ने बताया कि रामदेव के खिलाफ सेक्शन 188, 269 और 504 के तहत केस फाइल किया गया है। महामारी को लेकर लापरवाही बरतने, अंशाति फैलाने के इरादे से अपमान करने जैसे आरोपों के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
कुछ समय पहले बाबा रामदेव की तरफ से कोरोना वैक्सीन को लगवाने की बात कही गई थी। इसके अलावा उन्होंने डॉक्टरों को धरती पर भगवान के समान बताया था। इससे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और योग गुरु के बीच विवाद खत्म होने की उम्मीद जताई जा रही थी। मगर इस एफआईआर की वजह से एक बार फिर से दोनों के बीच का विवाद बढ़ सकती है। एसएसपी अजय यादव ने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। आईएमए की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि रामदेव ने गलत जानकारी फैलाई है।
इसके अलावा मेडिकल जगत की ओर से उपयोग की जा रही दवाओं को लेकर डराने वाली बातें कही हैं। इन दवाओं के इस्तेमाल को भारत सरकार और आईसीएमआर की ओर से मंजूरी दी गई है। बाबा रामदेव के खिलाफ दी गई शिकायत में सोशल मीडिया पर उनके वीडियोज का हवाला दिया गया है। शिकायत में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर उनके ऐसे कई वीडियोज हैं, जिनमें वह भ्रामक बयान देते हुए दिख रहे हैं। इतना ही नहीं शिकायत में कहा गया है कि ऐसे वक्त में जब केंद्र सरकार, डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं, तब बाबा रामदेव ने इलाज की प्रक्रिया और तरीकों को लेकर भ्रम पैदा करने का प्रयास किया है।