पटना: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल को तत्काल कार्रवाई करने और दालों की स्टॉक सीमा को 200 मिलियन टन से 500 मिलियन टन तक बढ़ाने के लिए गहरा आभार और धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि उनका ये त्वरित निर्णय देश के लाखों दाल विक्रेताओं को होने वाली दिक्कतों से बचा लिया है।

कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि कैट ने कल पीयूष गोयल से केवल एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में अनुरोध किया था कि देश के दाल व्यापारियों को उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की 2 जुलाई की अधिसूचना के बाद काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था जिसके तहत दालों की स्टॉक सीमा को थोक विक्रताओं के लिए 200 मीट्रिक टन कर दिया गया था और खुदरा विक्रेताओं के लिए 5 टन।

कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी ने कहा कि कल ही आयोजित वीडियो कांफ्रेंस में कैट ने इस मामले को गोयल के समक्ष रखा था और इस अधिसूचना को वापस लेने का अनुरोध किया था, और कुछ ही घंटों में गोयल ने यह त्वरित निर्णय लिया है जिससे लाखों दाल व्यापारियों को राहत मिलेगी। देश भर के दाल व्यापारी संघ पीयूष गोयल के साथ पूरी तरह से खड़े हैं, और आशा करते हैं कि गोयल दाल उद्योग के जुड़ी अन्य मुद्दों पर भी जल्द संज्ञान लेंगे।

कैट बिहार महासचिव डॉ रमेश गांधी ने कहा कि अधिसूचना के प्रतिकूल प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, व्यापारियों, आयातकों, किसानों और देश के अंतिम उपभोक्ता के हितों पर, हमने पीयूष गोयल से अनुरोध किया कि अधिसूचना को जल्द से जल्द वापस लिया जाए क्योंकि इसे बिना हितधारकों से परामर्श किए ही लागू किया गया है। पीयूष गोयल की त्वरित प्रतिक्रिया न केवल अनाज व्यापारियों बल्कि देश के व्यापारियों के कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।