पटना, 3 जून 2021: बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कोरोना से जंग में लोगों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार एवं बिहार सरकार प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। इस साल के अंत तक सबको टीका लगाने हेतु केंद्र सरकार ने रोडमैप तैयार किया है, जिसके आधार पर काम चल रहा है। वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु ठोस इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार में इन उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में शहरी क्षेत्रों के लिए टीका एक्सप्रेस और मोबाइल आरटी-पीसीआर वैन को मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। सरकार का प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण कराने के कार्य में तेजी लाया जाए एवं साथ-साथ लोगों की कोरोना संक्रमण की जांच भी समुचित एवं सुगम तरीके से हो सके। इसी बाबत आरटी-पीसीआर मोबाइल वैन को भी विभिन्न क्षेत्रों के लिए रवाना किया गया है।

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना टीकाकरण की रफ्तार तेज करने के लिए टीका एक्सप्रेस को शहरी क्षेत्रों में लगाया गया है। शुरू में टीका एक्सप्रेस 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देगी। प्रत्येक टीका एक्सप्रेस के साथ दो वैक्सीनेटर एवं एक डाटा इंट्री ऑपरेटर को प्रतिनियुक्त किया गया है तथा एक दिन में 200 लोगों को टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान में बेहतर काम करने वाले वार्ड को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में टीका एक्सप्रेस के माध्यम से वैक्सीनेशन की पूरी रूपरेखा तैयार की गई है। इस पूरे अभियान में वार्ड काउंसलर, सफाई निरीक्षक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की मुख्य भूमिका होगी। टीका लगवाने के लिए 45 वर्ष से ऊपर की आयु वाले लोगों का पंजीकरण ऑन-स्पाट किए जाने की व्यवस्था रहेगी।

उन्होंने सभी शहरी क्षेत्रों के लिए टीका एक्सप्रेस की रवानगी पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण से राहत एवं बचाव के लिए मुस्तैदी से काम किया है तथा स्वास्थ्य सुविधाओं, दवाओं एवं टीकाकरण के लिए व्यापक इंतजामों में जुटी है। जल्द ही, हम सभी सामूहिक प्रयास से कोरोना की वैश्विक चुनौती से उबरेंगे।

उन्होंने अपील की कि 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोग कोरोना टीका का दोनों डोज अवश्य लें। उन्होंने कहा कि बिहारवासियों की समझदारी, सजगता और सतर्कता के बदौलत बिहार में कोरोना संक्रमण की दर काफी कम हुई है। 18 से 44 वर्ष आयु के कोरोना टीकाकरण में बिहार ने देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।