लखनऊ, मई 6, 2021: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण काल की दूसरी लहर में बढ़ते मामले देख योगी आदित्यनाथ सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी सम्बन्ध किया था, जिससे कि संक्रमितो को सही उपचार  मिल सके।

सरकार  के इस फैसले का निजी अस्पतालों ने नाजायज फ़ायदा लेने का प्रयास किया। सरकारी कोटे से आवंटित मेडिकल ऑक्सीजन होने के बाद भी इसमें से ज्यादातर अस्पतालों ने संक्रमित तथा नॉन कोविड मरीजों का इलाज करने से मना  कर दिया। इसकी जानकारी पर  सरकार ने सख्त कदम उठाया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के संक्रमण में आने के बाद भी इस मामले पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद से चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह भी अस्पतालों में दौरा कर  रहे हैं। मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि कुछ निजी अस्पतालों ने ऑक्सीजन रहते हुए भी खाली बेड को खाली ही रखा है ताकि वह लोग यहां पर मनमानी कर पैसा ले सके। प्रदेश सरकार ने अब  गैरकानूनी काम करने वाले अस्पतालों पर सख्त कारवाई करने का निर्णय किया है।