पटना, 18 जून 2021: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष रूप से तैयार क्रैश कोर्स प्रोग्राम’ से कोरोना के खिलाफ़ लड़ाई को मज़बूती मिलेगी। उन्होंने इस कोर्स प्रोग्राम के शुरू होने पर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है।

प्रेस को जारी बयान में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने कहा कि इससे हेल्थकेयर सेक्टर को बल मिलेगा। फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को 26 राज्यों के 111 ट्रेनिंग सेंटर्स में लॉन्च किया गया है। इसमें बिहार के 10 जिलों को शामिल किया गया है। इसका लाभ बड़ी संख्या में बिहार के युवा उठा सकेंगे। बेसिक केयर सहायक, एडवांस केयर, होम केयर, आपातकालीन केयर, सैंपल कलेक्शन, चिकित्सा उपकरण ये 6 नए क्रैश कोर्स प्रारंभ किए जा रहे हैं।

चौबे ने कहा कि यह कोर्स मौजूदा समय में काफी उपयोगी है। इससे कोविड से लड़ रही फ्रंटलाइन फोर्स को नई उर्जा मिलेगी। इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, उम्मीदवारों को न सिर्फ़ पाठ्यक्रम के अंतर्गत मान्यता मिलेगी बल्कि उनको रोज़गार पाने के बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे। उम्मीदवारों को निःशुल्क ट्रेनिंग, स्किल इंडिया का सर्टिफिकेट, भोजन व आवास सुविधा, काम पर प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड एवं प्रमाणित उम्मीदवारों को 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा प्राप्त होगा। कोरोना से लड़ रही वर्तमान फोर्स को सपोर्ट करने के लिए देश में करीब 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। ये कोर्स 2-3 महीने में ही पूरा हो जाएगा, इसलिए ये लोग तुरंत काम के लिए उपलब्ध भी हो जाएंगे। कोविड-19 हेल्‍थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY 3.0) के केंद्रीय घटक के अंतर्गत एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के रूप में डिज़ाइन किया गया है और इसके लिए 273 करोड़ रुपए की राशि का आवंटन भी किया गया है। कोविड-19 हेल्‍थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद उम्मीदवार डिस्ट्रिक्ट स्किल कमेटी/ स्टेट स्किल डेवलपमेंट मिशन की व्यवस्था के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य सुविधाओं व अस्पतालों में काम कर सकेंगे।