पटना, 18 जून 2021: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला उद्यमी एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का शुभारंभ महिलाओं एवं युवाओं में उद्यमिता विकास एवं स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री महिला उद्यमी एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग द्वारा तैयार किये गये नये पोर्टल www.udyami.bihar.gov.in का भी लोकार्पण किया।

उद्यमिता की तरफ आकर्षित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना लागू की गई है जिसमी सभी वर्ग की महिलाएं उद्यमिता के क्षेत्र में आगे आयेंगी। इसी प्रकार राज्य के सभी वर्ग के युवाओं को उद्यमिता की तरफ आकर्षित करने  के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी लागू की गई है। महिला उद्यमी योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये की राशि जिसमें अधिकतम 5 लाख रुपये अनदान के रूप में तथा शेष 5 लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण के रूप में उपलब्ध कराया जायेगा। युवा उद्यमी योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये की राशि जिसमें अधिकतम 5 लाख रुपये अनुदान के रूप में तथा शेष 5 लाख रुपये ऋण के रुप में 1 प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध कराया जायेगा। इन योजनाओं के लिए दी जाने वाली राशि अब दो टर्म में ही उपलब्ध करायी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तिकरण को लेकर कई कदम उठाये गये। हमलोगों का शुरु से उद्देश्य रहा है कि महिलाएं सक्षम एवं आत्मनिर्भर बने। वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 से नगर निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया जा रहा है। पिछले तीन चुनावों में कई महिला जनप्रतिनिधि चुनकर सामने आयी हैं। प्राथमिक शिक्षक नियोजन में 50 प्रतिशत का आरक्षण महिलाओं को दिया गया है। पुलिस में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही राज्य की सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। अब यह भी प्रावधान किया गया है कि सभी सरकारी कार्यालयों में महिला कर्मियों / पदाधिकारियों की पोस्टिंग जरुर हो। वर्ष 2006 से जीविका समूह की शुरुआत की गई। आज 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन कर करोड़ से अधिक महिलाओं को इससे जोड़ा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा यह मानना है कि राज्य का विकास तभी होगा जब पुरुष के साथ महिलाएं भी काम करेगी। अब महिलाओं की भागीदारी सभी जगहों पर बढ़ी है। जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है, परिवार की आमदनी बढ़ी है। जब महिलाएं आगे बढ़ेगी तभी समाज सही मायने में आगे बढ़ेगा और राज्य की प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास एवं लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करने के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। जिस तत्परता एवं सामंजस्य से काम किया जा उद्योग बढ़ेगा, राज्य की तरक्की होगी एवं बिहार विकसित राज्य बनेगा।