मोतिहारी, 18 अप्रैल 2021: पूर्वी चंपारण जिले में महात्मा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। इस महाविद्यालय को जिला मुख्यालय स्थित होमगार्ड मैदान के पास 47 एकड़ के सरकारी जमीन पर बनाने की तैयारी चल रही है। गन्ना उद्योग एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने इस विषय में केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखा है।
मंत्री प्रमोद कुमार का मानना है की पूर्वी चंपारण में इस तरह के संस्थान खोलने की जरूरत है। सरकार की भी योजना है की हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज होना चाहिए। मंत्री ने कहा कि यह भूमि महात्मा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय खोलने के लिए सबसे योग्य है। जिलाधिकारी के स्तर से प्रशासनिक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। मंत्री का कहना है कि विवि जिला प्रशासन से सामंजस्य स्थापित कर उक्त भूमि पर चिकित्सा महाविद्यालय को स्थापित करने के लिए कोशिश करनी चाहिए।
कई वर्षो से बंद पड़े रविन्द्रनाथ मुखर्जी आयुर्वेद कॉलेज की जमीन प्राप्त कर इस महाविद्यालय को शुरू करने को लेकर गन्ना मंत्री प्रमोद कुमार ने केंद्रीय विवि के कुलपति को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है की इस कॉलेज को शुरू करने के लिए लगातार प्रयास किया गया, पर महाविद्यालय की स्थिति खराब होने के कारण वह बंद हो गई। इस महाविद्यालय की सरकारी भूमि को सरकार के अधीन करते हुए इसका पुनः उद्धार किया जा सकता है।
यह महाविद्यालय महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह के बेतिया राज की लगभग 15 एकड़ जमीन पर स्थित है। जिसमे से तीन एकड़ में प्राचार्य का आवास है। वर्तमान समय में गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष के रूप में वर्तमान जिला अधिकारी को राज्य सरकार के आयुष्मान विभाग ने स्वीकृत किया है। जिला प्रशासन की देखरेख करता है। मंत्री ने यह भी कहा की जिला प्रशासन व केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ उनकी बात हुई है। उनका कहना है की राज्य सरकार सहमति दे तो सरकारी भूमि व भवन को महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय को देकर आयुष मंत्रालय भारत सरकार से इसकी तकनीकी स्वीकृति प्राप्त कर केंद्रीय विवि के अधीनस्थ इस आयुर्वेद कॉलेज को फिर से जीवित किया जा सकता है।