मुजफ्फरपुर,11 मई, 2021: कोरोना इलाज में हो रही लापरवाही कि खबर मिलने पर डीआरडीए के निदेशक चंदन चौहान ने शहर के एक प्राइवेट हॉस्पीटल में छापेमारी की। इस हॉस्पिटल में एक मरीज के तीन दिन के इलाज का दो लाख का बिल बनाया गया था। छापेमारी कि टीम से मरीज के परिवार वालो ने इसकी शिकायत की थी।

टीम ने जांच में पाया कि अस्पताल में कोविड मरीजों से बेहिसाब रकम वसूला जा रहा है। जिस महिला के इलाज के लिए रकम वसूली गई उसकी इलाज के दौरान मौत भी हो गई। उनके गांव के सरपंच ईश्वर चंद्र दिवाकर ने इस विषय पर बयान दिया है। इस हॉस्पिटल में भर्ती एक दूसरे मरीज से भी आईसीयू, एडमिशन और दवा के नाम पर मोटी रकम ली गई थी। डीआरडीए निदेशक ने इस अस्पताल पर कारवाई करने की सिफारिश जिलाधिकारी से की है।

वहीं स्वास्थ्य कर्मियों के लापरवाही के कारण सोमवार को साहेबगंज के एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई। हालत गंभीर होने की वजह से मरीज को साहेबगंज पीएचसी से बिना ऑक्सीजन सरकारी एम्बुलेंस से एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। इस वजह से हॉस्पिटल पहुंचने से पहले उस मरीज की जान चली गई। इसके बाबजूद भी परिजनों को मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद शव प्रबंधक की अनुमति तीन घंटे बाद मिली। इस बीच उन्हें इस काउंटर से उस काउंटर घुमाया गया। बाद में उपाधीक्षक डॉ. गोपाल शंकर साहनी के आदेश पर शव का प्रबंधन किया गया।