पुणे, 26 फरवरी 2022: रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (अफसर) कार्यालय, पुणे में शुक्रवार दिनांक 25 फरवरी  को राजभाषा हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रधान नियंत्रक डॉ. राजीव चव्हाण के कुशल नेतृत्व में इस कार्यशाला में नवनियुक्त लेखा परीक्षकों को शामिल कर इसे संवादात्मक एवं सहभागितापूर्ण बनाने का पुरजोर प्रयास  किया गया।

कार्यशाला का शुभारंभ श्रीमती आरती राय चौधरी, भारलेसे, सहा. नियंत्रक(प्रशासन) के आगमन के पश्चात हुई। श्रीमती आरती राय चौधरी ने अपने बीज उद्बोधन में प्रतिभागियों से कहा कि हिन्दी को शासकीय प्रयोजन की मुख्य भाषा के रूप में  संविधान के खंड 17 में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है। तदनुसार भारत सरकार, गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा समय समय पर इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सदैव निर्देश जारी किए जाते हैं और उनका पालन करना हमारे लिए संवैधानिक दायित्व एवं कर्तव्य है। अपना ज्यादा से ज्यादा  कार्यालयीन कार्य हिन्दी में करने की महती कोशिश करनी चाहिए। हिन्दी में काम करने की झिझक को दूर करने हेतु हर तिमाही में हिन्दी कार्यशाला का आयोजन एक जरूरी एवं सशक्त प्रभावी कदम है। आगे उन्होने विश्वास व्यक्त किया कि आज आयोजित इस राजभाषा कार्यशाला से सभी प्रतिभागी लाभान्वित होकर  कुछ नया सीखकर अपने दैनिक

दैनदैनी कार्यालयीन रोजमर्रा के कार्यों  में इसका उपयोग कर संविधान निर्माता की अपेक्षाओं पर और कसौटी में खरे उतरेंगे।

     कार्यशाला का सफल संचालन  कार्यालय के राजभाषा अनुभाग के  अनुभवी वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी श्रीमती शोभा कश्यप एवं कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी श्री बीरेन्द्र साह ने किया। दो सत्रों में आयोजित इस कार्यशाला के प्रथम सत्र में श्री बीरेन्द्र साह, कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी  ने   राजभाषा हिंदी संबंधी नियम एवं  अधिनियम की चर्चा के साथ राजभाषा  विभाग, गृह मंत्रालय, नई दिल्ली  के बारे में विस्तृत चर्चा की तथा  दूसरे सत्र में श्रीमती शोभा कश्यप, वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी ने हिन्दी में पत्राचार करने संबंधी मार्गदर्शन दिया।

     कार्यशाला के समापन पर श्री एस एम सोनकुसरे, भारलेसे, संयुक्त नियंत्रक ने अपने कर कमलों से प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र दिए।

     कार्यक्रम का आयोजन कोविड महामारी से बचाव संबंधी भारत सरकार के प्रोटोकॉल/मापदंड एवं मानकों का सम्पूर्ण रूप से पालन करते हुए किया गया। आयोजन स्थल पर हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराकर उचित दूरी बनाए रखते हुए स्वस्थ वातावरण में यह कार्यशाला का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। यह इस वित्तीय वर्ष की चौथी एवं अंतिम कार्यशाला थी।

जय हिन्द