पुणे, 12 जून 2021: तकनीकी प्रवेश योजना-३७ कोर्स की उत्तीर्ण कैडेट्स की परेडकैडेट प्रशिक्षण स्कंध, सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे में शनिवार को आयोजित की गई।लेफ्टिनेंट जनरल पी पी मल्होत्रा, विशिष्ट सेवा मेडल, आदेशक, कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग ने परेड की समीक्षा की।कोर्स की संख्या ३३ कैडेट थी, जिसमें तीन सज्जन प्रशिक्षणार्थी भूटान सेऔर दो सज्जन प्रशिक्षणार्थी श्रीलंका से थे। सभी सज्जन प्रशिक्षणार्थियों को अधिकारी पद पर आयोग किया गया।

 COVID प्रतिबंध के अंतर्गत उत्तीर्ण कोर्स के कैडेट्स के माता पिता इस समारोह में उपस्थित नहीं रह पाए, मगर परेड का सीधा प्रसारण यूट्यूब पर आयोजित किया गया।लेफ्टिनेंट जनरल पी पी मल्होत्रा ने सज्जन प्रशिक्षणार्थियों    को अपने उत्कृष्ट कोर्स प्रशिक्षण के लिए कई पुरस्कार प्रदान किए। परेड पारंपरिक सैन्य शासन के अनुसार आयोजित की गई और विंग कैडेट कैप्टन अभिषेक सिंह चौहान द्वारा कमान की गई । अपने ३ साल के कैडेट प्रशिक्षण विंग में उत्कृष्ट    प्रदर्शन के लिए प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए विंग कैडेट एड्जुटेंट साहिल कुमार को जनरल अफसर कमांडिंग-इन-चीफ, आर्मी ट्रेनिंग कमांड स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। भूटान की शाही सेना के सज्जन प्रशिक्षणार्थी सोनम शेयरिंग को रजत पदक और विंग कैडेट क्वार्टरमास्टर प्रिंस कुमार सिंह को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। इसके इलावा, कमाडेंट अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी रजत पदक विंग कैडेट कैप्टन अभिषेक सिंह चौहानऔर कांस्य पदक विंग कैडेट एजेंट साहिल कुमार को अपने चार वर्ष, जिसमें एक वर्ष प्रशिक्षण अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, गया में किया गया, के उत्कृष्ट सराहनीय प्रदर्शन के लिए प्रदान किए गए।।कैडेट प्रशिक्षण स्कंध, सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज को ये सम्मान इन दोनों कैडेट्स के बेहतरीन प्रदर्शन के कारण प्राप्त हुआ। पूरे कोर्स अवधि में इको प्लाटून को अन्तर प्लाटून प्रतियोगिता में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए चैंपियन प्लाटून घोषित किया और जनरल अफसर कमांडिंग-इन-चीफ का बैनर प्रदान किया गया।

 परेड को संबोधित करते हुए जनरल मल्होत्रा ने सज्जन प्रशिक्षणार्थियों को अपने प्रशिक्षण अवधि में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए और सुबह के उत्तम परेड के लिए बधाई दी। जनरल पी पी मल्होत्रा, विशिष्ट सेवा मेडल ने प्रकाशित किया कि ये कैडेट्स भारतीय सेना के उभरते हुए युवा सैन्य नेता है और इन पर हमारी वीर भारतीय सेना का भविष्य निर्भर है। उन्होंने इन भविष्य अधिकारीयों को प्रेरित किया कि वे अपने स्वार्थ रहित और माननीय सर्विस के द्वारा इस देश और पूरे अलमा माटर को गर्व महसूस कराए। उन्होंने कैडेट्स को बल देते हुए कहा कि वे अपने आप में बलवान नैतिक आचार विचार और मूल्यों को विकसित करें। उत्तीर्ण होने वाले नए कमीशन कैडेट्स की परेड के बाद कमिशन समारोह और शपथ विधि समारोह आयोजित किया गया।

  भारतीय सेना में सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज एक बेहतरीन तकनीकी संस्था बनकर उभर आई है। हाल ही में इस कॉलेज में Artificial Intelligence या कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबॉटिक्स और अभियान्त्रिकी सामग्रियों के प्रशिक्षण को भारतीय सेना द्वारा काफी सराहा गया है। सर्वोत्तम इंजीनियरिंग प्रथाओं और भारतीय सेना में नवाचार की संस्कृति विकसित करने के लिए सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज ने कई बड़ी औद्योगिक और शैक्षिक संस्थाओं के साथ समझौते ज्ञापन किया है। कॉलेज ने अपनी कई परियोजनाओं का प्रदर्शन iDEX4Fauji और प्रतिष्ठित आर्मी डे परेड जैसे बड़े मंचों पर कर सम्मान प्राप्त किया है।।