भोपाल,16 जून,2021: चोरों के डर से लाठी-डंडों के साथ बगीचों में आमों की रखवाली करना आम बात है, लेकिन मध्य प्रदेश के जबलपुर में आम के दो पेड़ों की रखवाली करने के लिए चार गार्ड और 6-6 कुत्तों को तैनात करने का अनोखा मामला सामने आया है। बाग से कोई आम चुरा कर न ले जाए, इसलिए पेड़ के मालिक ने दो आम के पेड़ो की रखवाली के लिए चार गार्ड और छह कुत्तों को तैनात किया है। इसकी वजह आम की किस्म है, जो भारत में दुर्लभ है और दुनिया में सबसे महंगे आमों में से एक है।

यह कोई साधारण आम नहीं है, जिसकी सुरक्षा के लिए इतने सारे बंदोबस्त किए गए हैं, बल्कि यह जापान का लाल रंग वाला आम मियाजाकी है, जिसे सूर्य के अंडे के रूप में भी जाना जाता है। दुनिया के सबसे महंगे आम का दर्जा इसी किस्म को मिला हुआ है। इस आम को लेकर किसान दंपति ने दावा किया कि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसे 2.70 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा गया था। किसान दंपति संकल्प और रानी परिहार ने तीन साल पहले जबलपुर में अपने बगीचे में इस आम के दो पौधे लगाए थे, जिसे चेन्नई के एक व्यक्ति ने दिया था।

इस दाम्पत्ति को आम की बड़ी कीमत के बारे में कुछ नहीं पता था। पहले इस दंपत्ति को लाल रंग के दो आम के फल दिखाई दिए। जब उन्होंने इसके किस्म के बारे में पता लगाया तो उन्होंने जाना कि यह मियाजाकी आम है, जो पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.70 लाख रुपये प्रति किलो बिक रहा था।

संकल्प परिहार ने कहा कि जब यह बात पिछले साल बाजार में फैली तो चोरों ने बाग पर हमला कर दिया। उन्होंने पेड़ के दो फल और डालियां चुरा लीं। हम किसी तरह पेड़ को बचाने में सफल रहे और इस साल हमने उस पेड़ की सुरक्षा का विशेष प्रबंध किए है, इन पेड़ो में इस बार कुल सात आम है।

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस आम की महंगी कीमत के पीछे की वजह क्या है ये जानने के लिए, फल का ठीक से निरीक्षण करने की जरूरत है। एक वैज्ञानिक और बागवानी विभाग के सेवानिवृत्त निदेशक जीएस कौशल ने कहा कि अफगानिस्तान की नूरजहां के बाद यह जापानी आम स्वाद के कारण नहीं कीमत के कारण सुर्खियों में है। उन्होंने कुछ स्थानीय वैज्ञानिकों से कहा कि वे जाकर पेड़ और फलों का निरीक्षण करें जिससे पता चल सके कि यह असली है या हाईब्रिड है साथ ही पता चल सके की यह इतना महंगा क्यों है।